आजमगढ़: देश को आजाद कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महात्मा गांधी का आजमगढ़ से गहरा नाता रहा है. आजादी की लड़ाई से पूर्व महात्मा गांधी आजमगढ़ कई बार आए. बापू यहां के शिब्ली एकेडमी में लोगों के साथ देश को आजाद कराने के लिए बैठक कर रणनीति बनाई. महात्मा गांधी का लिखा हुआ पत्र आज भी शिब्ली एकेडमी के लाइब्रेरी में सुरक्षित रखा हुआ है.
इसके बाद उन्हें लाइब्रेरी ले जाया गया. उम्मैर नदवी ने बताया कि वह शाम का समय था, गांधी जी लालटेन की रोशनी में लोगों से मिले और देश को आजाद कराने के लिए आजमगढ़ के लोगों संग बैठकर रणनीति बनाई. उम्मैर नदवी बताते हैं कि महात्मा गांधी यहां के गेस्ट हाउस में रुके थे. उन्होंने कहा कि, हम लोग अपने को बहुत खुशनसीब मांगते हैं कि आज जिस अकादमी में हम खड़े हैं यहां पर महात्मा गांधी के पैर पड़े थे.