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भव्य कार्यक्रम के बाद प्रदेश भर में नम आंखों से विदा हुईं मां दुर्गा

नवरात्रि के समापन के बाद मां दुर्गा को भक्तों ने नम आंखों से विदा किया. प्रदेशभर में मां की प्रतिमा को तालाबों, नदियों और कृत्रिम जलाशयों में विसर्जित किया गया.

प्रदेश भर में आज विदा हो रहीं मां दुर्गा
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Published : Oct 9, 2019, 11:24 PM IST

आजमगढ़: जनपद में मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन प्रशासन के खोदे गए गड्ढे में किया जा रहा है, जिसको लेकर लोगों में बहुत गुस्सा है. प्रतिमाओं का विसर्जन करने आए लोगों का कहना है कि इस गड्ढे में प्रतिमाओं का विसर्जन होना है उसमें न तो पानी की व्यवस्था है और न ही प्रशासन ने कोई और इंतजाम किए.

नदियों की जगह गड्ढों में हो रहा प्रतिमाओं का विसर्जन.

वहीं धर्मनगरी चित्रकूट में बुधवार को दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान भव्य जुलूस देखने को मिला, जिसमें तरह-तरह के दुर्गा प्रतिमाओं की झांकियों को लोग बड़ी श्रद्धा से विसर्जित करने ले जा रहे थे. दूसरी तरफ बाराबंकी के टिकैतनगर में दुर्गा पूजा कार्यक्रम में बाहर के कलाकारों ने दुर्गा माता का जागरण किया गया. विसर्जन में आज सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉली की संख्या के साथ माताजी घाघरा की ओर प्रस्थान कर गई.

इसे भी पढ़ें:-आजमगढ़: पेट की भूख मिटाने के लिए बन गए बहुरूपिया कलाकार, किसी तरह चलता है परिवार

आजमगढ़ से दुर्गा विसर्जन
दुर्गा माता के विसर्जन के लिये आए धीरज गुप्ता का कहना है कि प्रशासन ने जिस तरह से एक छोटा सा गड्ढा खुदवाया है और जिसमें पानी भी बहुत कम है. निश्चित रूप से दुर्गा प्रतिमाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. पहले हम लोग नदी में मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन करते थे लेकिन इस बार प्रशासन ने हम लोगों को निर्देश देते हुए कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति नदी में प्रतिमाओं का विसर्जन करेगा. जो भी प्रशासन के आदेश का पालन नहीं करेगा, उसके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया जाएगा.

एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हम लोग इस बार नदी में दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं करा रहे हैं और इसके लिए हम लोग गड्ढे खुदवा रहे हैं. पानी की जो समस्या आ रही है उसके लिए हम लोगों ने पंप लगा रखे हैं और अभी तक 17 मूर्तियों का विसर्जन हो चुका है जो मलबा गड्ढे में पड़ा है उसे साफ करवा कर दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा.
-प्रशांत नायक, एसडीएम सदर

चित्रकूट से दुर्गा विसर्जन
आज माता को अंतिम विदाई देने के लिए उनके भक्तों ने बकायदे ढोल नगाड़े, लाउडस्पीकरों के साथ नाचते थिरकते माता को अंतिम विदाई दी. आपको बता दें कि शाम लगभग 5 बजे से ही देवी प्रतिमाओं को विसर्जन करने के लिए मातारानी के जुलूस के काफिले कलेक्टरेट स्थित राणन तालाब के तट पर पहुंचे. जहां चार घाटों से देवी प्रतिमाओं का तालाबो में विसर्जन किया गया.

ढोल-नगाड़ों के साथ लोगों ने किया मां को विदा.

प्रशासन के हैं पुख्ता इंतजाम
इसको लेकर किसी तरह की कोई घटना दुर्घटना से बचाने के लिये प्रशासन ने तालाबों के किनारे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं. वहीं दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर रूट पर भी पुलिस का बंदोबस्त किया गया और जगह-जगह पुलिस बल को भी तैनात किया गया है.

तहसील मानिकपुर में हो रहे विसर्जन में आर्यनगर दुर्गा कमेटी के सदस्यों ने मूर्ति विसर्जन के लिए मना कर दिया. कमेटी का आरोप था कि नगर पंचायत को अवगत किये जाने के बावजूद कोई व्यवस्था नहीं की गई. रास्ते मे बड़े बड़े गड्ढे होने के चलते माता की मूर्ति खण्डित हो गई है. मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी के समझाने के बाद दोबारा विसर्जन शुरू किया गया.

इसे भी पढ़ें:-चित्रकूट का एक ऐसा गांव, जहां होती है 'रावण की पूजा'

बाराबंकी से दुर्गा विसर्जन
जिले के टिकैतनगर में बुधवार को हजारों की संख्या में लोग माता जी के शोभायात्रा में शामिल हुए और जगह-जगह माता के भक्तों के द्वार दिये गये प्रसाद का वितरण किया गया जिसमें नमन फार्मा पर 2000 पूड़ी सब्जी के पैकेट का भक्तों में वितरण किया गया. यह प्रसाद आसपास के लोगों के सहयोग यानि हरीशरण मौर्य, कल्लू मौर्या, पवन मौर्या, नंदी फाउंडेशन के चेयरमैन हरेंद्र मिस्त्री, अमरचंद गुप्ता, विलास मौर्या के सहयोग से वितरण किया गया.

इसे भी पढे़ं :-बाराबंकी: रामनगर में घाघरा नदी में दुर्गा प्रतिमाओं का हुआ विसर्जन

यहां पर माता के भक्तों के द्वारा हर साल प्रसाद का वितरण किया जाता है. माता जी की शोभायात्रा में दसों हजार की संख्या में लोग शामिल होते हैं.
-ओमप्रकाश शर्मा, स्थानीय निवासी

आजमगढ़: जनपद में मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन प्रशासन के खोदे गए गड्ढे में किया जा रहा है, जिसको लेकर लोगों में बहुत गुस्सा है. प्रतिमाओं का विसर्जन करने आए लोगों का कहना है कि इस गड्ढे में प्रतिमाओं का विसर्जन होना है उसमें न तो पानी की व्यवस्था है और न ही प्रशासन ने कोई और इंतजाम किए.

नदियों की जगह गड्ढों में हो रहा प्रतिमाओं का विसर्जन.

वहीं धर्मनगरी चित्रकूट में बुधवार को दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान भव्य जुलूस देखने को मिला, जिसमें तरह-तरह के दुर्गा प्रतिमाओं की झांकियों को लोग बड़ी श्रद्धा से विसर्जित करने ले जा रहे थे. दूसरी तरफ बाराबंकी के टिकैतनगर में दुर्गा पूजा कार्यक्रम में बाहर के कलाकारों ने दुर्गा माता का जागरण किया गया. विसर्जन में आज सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉली की संख्या के साथ माताजी घाघरा की ओर प्रस्थान कर गई.

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आजमगढ़ से दुर्गा विसर्जन
दुर्गा माता के विसर्जन के लिये आए धीरज गुप्ता का कहना है कि प्रशासन ने जिस तरह से एक छोटा सा गड्ढा खुदवाया है और जिसमें पानी भी बहुत कम है. निश्चित रूप से दुर्गा प्रतिमाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. पहले हम लोग नदी में मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन करते थे लेकिन इस बार प्रशासन ने हम लोगों को निर्देश देते हुए कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति नदी में प्रतिमाओं का विसर्जन करेगा. जो भी प्रशासन के आदेश का पालन नहीं करेगा, उसके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया जाएगा.

एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हम लोग इस बार नदी में दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं करा रहे हैं और इसके लिए हम लोग गड्ढे खुदवा रहे हैं. पानी की जो समस्या आ रही है उसके लिए हम लोगों ने पंप लगा रखे हैं और अभी तक 17 मूर्तियों का विसर्जन हो चुका है जो मलबा गड्ढे में पड़ा है उसे साफ करवा कर दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा.
-प्रशांत नायक, एसडीएम सदर

चित्रकूट से दुर्गा विसर्जन
आज माता को अंतिम विदाई देने के लिए उनके भक्तों ने बकायदे ढोल नगाड़े, लाउडस्पीकरों के साथ नाचते थिरकते माता को अंतिम विदाई दी. आपको बता दें कि शाम लगभग 5 बजे से ही देवी प्रतिमाओं को विसर्जन करने के लिए मातारानी के जुलूस के काफिले कलेक्टरेट स्थित राणन तालाब के तट पर पहुंचे. जहां चार घाटों से देवी प्रतिमाओं का तालाबो में विसर्जन किया गया.

ढोल-नगाड़ों के साथ लोगों ने किया मां को विदा.

प्रशासन के हैं पुख्ता इंतजाम
इसको लेकर किसी तरह की कोई घटना दुर्घटना से बचाने के लिये प्रशासन ने तालाबों के किनारे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं. वहीं दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर रूट पर भी पुलिस का बंदोबस्त किया गया और जगह-जगह पुलिस बल को भी तैनात किया गया है.

तहसील मानिकपुर में हो रहे विसर्जन में आर्यनगर दुर्गा कमेटी के सदस्यों ने मूर्ति विसर्जन के लिए मना कर दिया. कमेटी का आरोप था कि नगर पंचायत को अवगत किये जाने के बावजूद कोई व्यवस्था नहीं की गई. रास्ते मे बड़े बड़े गड्ढे होने के चलते माता की मूर्ति खण्डित हो गई है. मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी के समझाने के बाद दोबारा विसर्जन शुरू किया गया.

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बाराबंकी से दुर्गा विसर्जन
जिले के टिकैतनगर में बुधवार को हजारों की संख्या में लोग माता जी के शोभायात्रा में शामिल हुए और जगह-जगह माता के भक्तों के द्वार दिये गये प्रसाद का वितरण किया गया जिसमें नमन फार्मा पर 2000 पूड़ी सब्जी के पैकेट का भक्तों में वितरण किया गया. यह प्रसाद आसपास के लोगों के सहयोग यानि हरीशरण मौर्य, कल्लू मौर्या, पवन मौर्या, नंदी फाउंडेशन के चेयरमैन हरेंद्र मिस्त्री, अमरचंद गुप्ता, विलास मौर्या के सहयोग से वितरण किया गया.

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यहां पर माता के भक्तों के द्वारा हर साल प्रसाद का वितरण किया जाता है. माता जी की शोभायात्रा में दसों हजार की संख्या में लोग शामिल होते हैं.
-ओमप्रकाश शर्मा, स्थानीय निवासी

Intro:anchor: आजमगढ़। आजमगढ़ जनपद में मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन प्रशासन द्वारा खोदे गए गड्ढे में किया जा रहा है जिसको लेकर लोगों में बहुत गुस्सा है। प्रतिमाओं का विसर्जन करने आए लोगों का कहना है कि इस गड्ढे में प्रतिमाओं का विसर्जन होना है उसमें न तो पानी की व्यवस्था है और न ही प्रशासन ने कोई और इंतजाम किए।


Body:वीओ: 1 ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए दुर्गा प्रतिमा विसर्जन करने आए धीरज गुप्ता का कहना है कि प्रशासन ने जिस तरह से एक छोटा सा गड्ढा खुदवाया है और जिसमें पानी भी बहुत कम है निश्चित रूप से दुर्गा प्रतिमाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। धीरज का कहना है कि पहले हम लोग नदी में मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन करते थे लेकिन इस बार प्रशासन ने हम लोगों को निर्देश देते हुए कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति नदी में प्रतिमाओं का विसर्जन करेगा तो उसके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया जाएगा। इस बारे में आजमगढ़ एसडीएम प्रशांत नायक का कहना है कि एनजीटी व सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हम लोग इस बार नदी में दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं करा रहे हैं और इसके लिए हम लोग गड्ढे खुदवा आए हैं पानी की जो समस्या आ रही है उसके लिए हम लोगों ने पंप लगा रखे हैं और अभी तक 17 मूर्तियों का विसर्जन हो चुका है जो मलबा गड्ढे में पड़ा है उसे साफ करवा कर दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा।


Conclusion:बाइट: धीरज गुप्ता भक्त
बाइट: प्रशांत नायक एसडीएम सदर आजमगढ़
अजय कुमार मिश्र आजमगढ़ 9453766900

बताते चलें कि हर वर्ष तमसा नदी में मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता था लेकिन इस बार प्रशासन ने गड्ढा खोद वाकर दुर्गा की प्रतिमाओं के विसर्जन का फैसला लिया है और गड्ढे में पानी ना होने के कारण लोगों को मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन करने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
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