आजमगढ़ : सेना से रिटायर जवान फूलबदन सिंह ने एक अद्भुत मिसाल कायम की है. दोनों पैरों से लाचार और मूक फूलबदन अपने वोट की कीमत जानते हैं, इसीलिए चलने में असमर्थ होने के बावजूद वह वोट डालने मतदान केंद्र पहुंच गए. फूलबदन का हौसला देखकर वोट डालने आए लोग सन्न रह गए.
ईटीवी भारत से बातचीत में 82 वर्षीय फूल बदन सिंह के नाती यशपाल सिंह ने बताया कि हमारे बाबा को चलने में दिक्कत होने के साथ ही बोलने में भी असमर्थता है. बोलने में असमर्थ फूलबदल सिंह ने इशारों-इशारों में बताया कि मजबूत देश और लोकतंत्र के लिए हम अपना मतदान करने आए हैं.
फूलबदन सिंह जैसे सैनिक उन लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं, जो लोकतंत्र के इस महापर्व में मतदान करने से चूक जाते हैं. ऐसे लोगों को फूलबदन सिंह सरीखे व्यक्तियों से प्रेरणा लेने की जरूरत है, जिससे हमारा लोकतंत्र और अधिक मजबूत हो सके.