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आजमगढ़ में सर चढ़कर बोला मतदान का जुनून, व्हीलचेयर से पोलिंग बूथ पहुंचा पूर्व सैनिक - azamgarh chunav

लोकसभा चुनाव के छठे चरण का मतदान यूपी में संपन्न हो गया. यूपी के 16 जिलों की 14 सीटों पर वोट डाले गए. आजमगढ़ में भी मतदाताओं में जोश देखने को मिला. यहां सेना के रिटायर जवान फूलबदन सिंह व्हीलचेयर से वोट डालने बूथ पर पहुंचे.

ईटीवी भारत से बातचीत करते मतदाता.
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Published : May 12, 2019, 10:30 PM IST

आजमगढ़ : सेना से रिटायर जवान फूलबदन सिंह ने एक अद्भुत मिसाल कायम की है. दोनों पैरों से लाचार और मूक फूलबदन अपने वोट की कीमत जानते हैं, इसीलिए चलने में असमर्थ होने के बावजूद वह वोट डालने मतदान केंद्र पहुंच गए. फूलबदन का हौसला देखकर वोट डालने आए लोग सन्न रह गए.

ईटीवी भारत से बातचीत करते मतदाता.

ईटीवी भारत से बातचीत में 82 वर्षीय फूल बदन सिंह के नाती यशपाल सिंह ने बताया कि हमारे बाबा को चलने में दिक्कत होने के साथ ही बोलने में भी असमर्थता है. बोलने में असमर्थ फूलबदल सिंह ने इशारों-इशारों में बताया कि मजबूत देश और लोकतंत्र के लिए हम अपना मतदान करने आए हैं.

फूलबदन सिंह जैसे सैनिक उन लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं, जो लोकतंत्र के इस महापर्व में मतदान करने से चूक जाते हैं. ऐसे लोगों को फूलबदन सिंह सरीखे व्यक्तियों से प्रेरणा लेने की जरूरत है, जिससे हमारा लोकतंत्र और अधिक मजबूत हो सके.

आजमगढ़ : सेना से रिटायर जवान फूलबदन सिंह ने एक अद्भुत मिसाल कायम की है. दोनों पैरों से लाचार और मूक फूलबदन अपने वोट की कीमत जानते हैं, इसीलिए चलने में असमर्थ होने के बावजूद वह वोट डालने मतदान केंद्र पहुंच गए. फूलबदन का हौसला देखकर वोट डालने आए लोग सन्न रह गए.

ईटीवी भारत से बातचीत करते मतदाता.

ईटीवी भारत से बातचीत में 82 वर्षीय फूल बदन सिंह के नाती यशपाल सिंह ने बताया कि हमारे बाबा को चलने में दिक्कत होने के साथ ही बोलने में भी असमर्थता है. बोलने में असमर्थ फूलबदल सिंह ने इशारों-इशारों में बताया कि मजबूत देश और लोकतंत्र के लिए हम अपना मतदान करने आए हैं.

फूलबदन सिंह जैसे सैनिक उन लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं, जो लोकतंत्र के इस महापर्व में मतदान करने से चूक जाते हैं. ऐसे लोगों को फूलबदन सिंह सरीखे व्यक्तियों से प्रेरणा लेने की जरूरत है, जिससे हमारा लोकतंत्र और अधिक मजबूत हो सके.

Intro:anchor:आजमगढ़। दोनों पैरों से लाचार वह बोलने में असमर्थ सेना से रिटायर जवान गुलबदन सिंह को अपने एक एक वोट की कीमत का अंदाजा है इसीलिए चलने में असमर्थता के बावजूद अपने नदियों के साथ उन्हीं के कंधों के सहारे अपना वोट डालने मतदान केंद्र पहुंच गए। फूल बदन सिंह के हौसले देख वोट डालने आए लोग सन्न रह गए।


Body:वीओ: 1 ईटीवी भारत से बातचीत में 82 वर्षीय फूल बदन सिंह के नाती यशपाल सिंह ने बताया कि हमारे बाबा फुल बदन सिंह को चलने में दिक्कत होने के साथ ही बोलने में भी असमर्थता हैं। इसके बावजूद फूड बदन सिंह अपना वोट डालने मतदान केंद्र पहुंच गए। बोलने में असमर्थ फुल बदल सिंह नई इशारो इशारों में बता दिया कि मजबूत देश और मजबूत लोकतंत्र के लिए हम अपना मतदान करने आए हैं जिससे देश का लोकतंत्र मजबूत हो सके ।


Conclusion:वीओ: 2 बताते चलेगी फूल बदन सिंह जैसे सैनिक उन लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं जो किन्ही कारणों से लोकतंत्र के इस महापर्व में मतदान करने से चूक जाते हैं। ऐसे लोगों को फूल बदन सिंह सरीखे व्यक्तियों से प्रेरणा लेने की जरूरत है जिससे हमारा लोकतंत्र और अधिक मजबूत हो सके।

बाइट: यशपाल सिंह फुल बदन सिंह के नाती
अजय कुमार मिश्र आजमगढ़ 9453766900
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