आजमगढ़ः एक तरफ जहां सीएम योगी आजमगढ़ की रैली में लोगों को राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ा रहे थे और 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा कार्यक्रम सफल बनाने की अपील कर रहे थे. वहीं, दूसरी तरफ जिला प्रशासन ने अपनी नाकामी छिपाने के लिए तिरंगे को नाले का पर्दा बना दिया. ताकि सीएम का काफिला गुजरे तो खुले हुए नाले पर नजर न पड़े. प्रशासन का यह कारनामा चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं भाजपा नेताओं ने इस पर विरोध दर्ज कराया है.
दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ योजनाओं के लोकापर्ण और शिलान्यास के लिए गुरुवार को आजमगढ़ पहुंचे थे. इस दौरान उन्हें आईटीआई मैदान में सभा करनी थी. इसके लिए प्रशासन द्वारा तैयारियां कई दिन से चल रही थी. वहीं, आईटीआई मैदान से कुछ ही दूरी पर स्थित मुकेरीगंज में पुल के पास नाला खुला था. इसका गंदा पानी यहां रहने वालों के लिए मुसीबत बना हुआ है. ऐसे में सीएम योगी को इस बाबत जानकारी न लगे. इसलिए तिरंगे का पर्दा बनाकर नाले को ढक दिया ताकि अगर सीएम को इस रास्ते से जाना पड़े तो पोल न खुले. वहीं, जैसे ही लोगों की नजर नाले के सामने लगे तिरंगे पर पड़ी तो विरोध शुरू कर दिया.
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बीजेपी नेता शेलेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि सरकार का उद्देश्य हर घर तिरंगा फहराने का है. ऐसे में अगर किसी शहर के नाले को ढकने के लिए तिरंगे का उपयोग किया गया है तो यह बहुत ही शर्मनाक बात है. इस मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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