आजमगढ़: पूरे प्रदेश में अनामिका शुक्ला शिक्षिका के एक डॉक्यूमेंट पर 25 स्थानों पर नौकरी की खबरों के मामले के खुलासे के बाद लगातार प्रदेश के समस्त जनपदों में फर्जी डॉक्यूमेंट के सहारे नौकरी हासिल करने वाले शिक्षकों के खुलासे हो रहे हैं. जनपद में भी एक शिक्षिका प्रीति यादव ने जाली डॉक्यूमेंट के सहारे आजमगढ़ में नौकरी हासिल की. ऐसे में कस्तूरबा विद्यालयों में कार्यरत सभी कर्मचारियों के डॉक्यूमेंट जांच करने के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं.
प्राचार्य अमरनाथ राय ने बताया कि जाली डॉक्यूमेंट के सहारे प्रदेश के कई जनपदों में कर्मचारियों ने नौकरी हासिल की. इसी को ध्यान में रखते हुए जनपद के कस्तूरबा विद्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों के डॉक्यूमेंट को जांच करने के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं. यह टीमें 18, 19 और 20 जून को जनपद के सभी 21 कस्तूरबा विद्यालयों में जाकर वहां पर कार्यरत कर्मचारियों के डॉक्यूमेंट और आधार की जांच करेंगे. 33 लोगों के नेतृत्व में गठित की गई टीम जनपद के सभी 21 कस्तूरबा विद्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों के डॉक्यूमेंट की जांच करने के बाद अपनी रिपोर्ट प्राचार्य को सौंपेंगे.
बताते चलें कि जनपद में भी जाली डॉक्यूमेंट के सहारे कस्तूरबा विद्यालय में प्रीति यादव नामक एक शिक्षिका नौकरी कर रही थी. उसी डॉक्यूमेंट के सहारे प्रीति यादव ने जौनपुर में भी नौकरी हासिल की. आधार कार्ड के सत्यापन के बाद जब इस बात का खुलासा हुआ तो मैनपुरी की रहने वाली प्रीति यादव फरार हो गई. ऐसे में डायट प्राचार्य का कहना है कि शिक्षिका ने विगत 4 वर्षों में जो वेतन लिया है उसकी रिकवरी की संस्तुति के लिए शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है.