आजमगढ़: विधानसभा क्षेत्र स्तर पर यूपी का पहला रोजगार मेला शुक्रवार को दीदारगंज में आयोजित किया गया. मेले में यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर शामिल हुए. उन्होंने इस दौरान जहां सरकार का गुणगान किया, वहीं सपा पर जमकर हमला बोला. कहा कि अखिलेश यादव को पिछड़ा कहने में शर्म आती है.
यूपी सरकार ने रोजगार को दी प्राथमिकता
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि रोजगार की समस्या का समाधान यूपी सरकार ने प्राथमिकता के आधार पर किया है. हमने सरकार बनने के बाद 100 दिन का लक्ष्य रखा था. 100 दिन में 90 रोजगार मेले का आयोजन कर दस हजार बेरोजगारों को प्राइवेट सेक्टर में नौकरी दी. 50,000 बेरोजगारों की करियर काउंसलिंग की. यह पहली सरकार है जो करियर काउंसलिंग की बात कर रही है.
सरकार ने एक साल में दिया एक लाख रोजगार
अनिल राजभर ने कहा कि हमारी सरकार ने एक साल में एक लाख से अधिक लोगों को प्राइवेट सेक्टर में रोजगार दिया है. 2,50,000 बेरोजगारों की करियर काउंसलिग की है. यूपी में मैन पॉवर की कमी नहीं है. विभिन्न देशों से डिमांड आ रही है. जिनमें योग्यता है और विदेश जाना चाहते हैं सरकार उन्हें विदेश भी भेजने का काम करेगी. दूसरे देशों की सरकारों से हमारी बात चल रही है.
इंवेस्टर समिट में 20 लाख करोड़ का निवेश
उन्होंने कहा कि इंवेस्टर समिट में 20 लाख करोड़ का निवेश होने जा रहा है. जल्द ही काम जमीन पर भी दिखने लगेगा. फैक्ट्रियां लगेंगी तो रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे. इसके बाद यूपी के लोगों को बाहर जाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी. यहीं घर पर रहकर लोगों को रोजगार मिलेगा.
ओपी राजभर मीडिया के मनोरंजन के साधन
ओपी राजभर के एनडीए में शामिल होने के सवाल पर कहा कि हम उनका नाम नहीं लेना पंसद करते हैं. मीडिया के लोग समाज के लिए बहुत काम करते हैं. ओपी मीडिया के मनोरंजन का साधन मात्र हैं. संजय निषाद अगर उनके बारे में कुछ कह रहे हैं तो उनकी पार्टी से समझौता हो रहा होगा.
सपा की कथनी करनी में अंतर
मंत्री ने कहा कि सपा की कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर है. जब मौका था तब पिछड़ों का हक मार रहे थे. आज पिछड़ों की बात कर रहे हैं. अखिलेश यादव को तो पिछड़ा कहने में भी शर्म आती है. अगर वे अब नहीं समझे तो आगे उनका भगवान ही मालिक है. कारण कि उन्हें ट्वीटर की राजनीति से फुर्सत ही नहीं है. सड़क पर आएं तब पता चलेगा कि सच क्या है?
अखिलेश के इशारे पर बोल रहे स्वामी
अनिल राजभर ने कहा कि हम तो पहले दिन से कह रहे हैं कि अखिलेश के इशारे पर स्वामी प्रसाद समाज को तोड़ने वाला बयान दे रहे हैं. लोकसभा चुनाव 2024 नजदीक है. इसलिए वर्ग विशेष के तुष्टिकरण की कोशिश हो रही है. अखिलेश को पता होना चाहिए कि अब जनता उनके बहलावे में नहीं आने वाली है. आजमगढ़ उपचुनाव इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है. सभी जाति धर्म के लोगों ने बीजेपी प्रत्याशी निरहुआ को वोट देकर जिताने का काम किया.