आजमगढ़: जिले में चलने वाली खटारा रोडवेज बसों का खामियाजा बस ड्राइवरों और परिचालकों को भुगतना पड़ रहा है. बीच रास्ते में बस खराब हो जाने के कारण कभी-कभी इन ड्राइवरों और कंडक्टर को गाली-गलौज के साथ मारपीट का भी सामना करना पड़ता है.
- परिवहन विभाग की जो गाड़ियां हैं कभी-कभी बीच रास्ते में खराब हो जाती हैं.
- बस खराब होने से यात्री गाली-गलौज के साथ मारपीट तक करने लगते हैं.
- गाड़ियों की खराबी का खामियाजा ड्राइवर और कंडक्टर को भुगतना पड़ता है.
- वहीं अधिकारीयों से कबाड़ा बसों की शिकायत कई बार की जा चुकी है.
- लेकिन अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं हुआ है.
आजमगढ़ डिपो में 425 बसे हैं, जिसमें 390 बसें निगम की हैं और 35 बसें अनुबंधित हैं. 30 बसें नीलाम करने के योग्य हैं. बाकी बसों में सीट और जो भी गड़बड़ी है उसकी मरम्मत कराई जा रही है. बस बनाने का कार्य 31 अगस्त तक पूरा करा लिया जाएगा.
-प्रमोद तिवारी, आरएएम