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आजमगढ़: ड्राइवरों को भुगतना पड़ रहा रोडवेज की खटारा बसों का खामियाजा - ड्राइवरों और परिचालकों

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में खटारा रोडवेज बसों का खामियाजा बस ड्राइवरों और परिचालकों को भुगतना पड़ रहा है. हालांकि मामले की जानकारी अधिकारीयों को दी गई है लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है.

ड्राइवरों और परिचालकों को भुगतना पड़ रहा है खटारा बसों का खामियाजा.
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Published : Aug 17, 2019, 8:30 PM IST

आजमगढ़: जिले में चलने वाली खटारा रोडवेज बसों का खामियाजा बस ड्राइवरों और परिचालकों को भुगतना पड़ रहा है. बीच रास्ते में बस खराब हो जाने के कारण कभी-कभी इन ड्राइवरों और कंडक्टर को गाली-गलौज के साथ मारपीट का भी सामना करना पड़ता है.

ड्राइवरों और परिचालकों को भुगतना पड़ रहा है खटारा बसों का खामियाजा.
आजमगढ़ डिपो के बस ड्राइवर आशुतोष पांडे ने बताया-
  • परिवहन विभाग की जो गाड़ियां हैं कभी-कभी बीच रास्ते में खराब हो जाती हैं.
  • बस खराब होने से यात्री गाली-गलौज के साथ मारपीट तक करने लगते हैं.
  • गाड़ियों की खराबी का खामियाजा ड्राइवर और कंडक्टर को भुगतना पड़ता है.
  • वहीं अधिकारीयों से कबाड़ा बसों की शिकायत कई बार की जा चुकी है.
  • लेकिन अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं हुआ है.

आजमगढ़ डिपो में 425 बसे हैं, जिसमें 390 बसें निगम की हैं और 35 बसें अनुबंधित हैं. 30 बसें नीलाम करने के योग्य हैं. बाकी बसों में सीट और जो भी गड़बड़ी है उसकी मरम्मत कराई जा रही है. बस बनाने का कार्य 31 अगस्त तक पूरा करा लिया जाएगा.
-प्रमोद तिवारी, आरएएम

आजमगढ़: जिले में चलने वाली खटारा रोडवेज बसों का खामियाजा बस ड्राइवरों और परिचालकों को भुगतना पड़ रहा है. बीच रास्ते में बस खराब हो जाने के कारण कभी-कभी इन ड्राइवरों और कंडक्टर को गाली-गलौज के साथ मारपीट का भी सामना करना पड़ता है.

ड्राइवरों और परिचालकों को भुगतना पड़ रहा है खटारा बसों का खामियाजा.
आजमगढ़ डिपो के बस ड्राइवर आशुतोष पांडे ने बताया-
  • परिवहन विभाग की जो गाड़ियां हैं कभी-कभी बीच रास्ते में खराब हो जाती हैं.
  • बस खराब होने से यात्री गाली-गलौज के साथ मारपीट तक करने लगते हैं.
  • गाड़ियों की खराबी का खामियाजा ड्राइवर और कंडक्टर को भुगतना पड़ता है.
  • वहीं अधिकारीयों से कबाड़ा बसों की शिकायत कई बार की जा चुकी है.
  • लेकिन अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं हुआ है.

आजमगढ़ डिपो में 425 बसे हैं, जिसमें 390 बसें निगम की हैं और 35 बसें अनुबंधित हैं. 30 बसें नीलाम करने के योग्य हैं. बाकी बसों में सीट और जो भी गड़बड़ी है उसकी मरम्मत कराई जा रही है. बस बनाने का कार्य 31 अगस्त तक पूरा करा लिया जाएगा.
-प्रमोद तिवारी, आरएएम

Intro:anchor:आजमगढ़। आजमगढ़ जनपद में चलने वाली खटारा रोडवेज बसों का खामियाजा बस चलाने वाले ड्राइवरों व परिचालकों को भुगतना पड़ रहा है बीच रास्ते में बस खराब हो जाने के कारण कभी-कभी इन ड्राइवरों व कंडक्टर को गाली गलौज के साथ मारपीट का भी सामना करना पड़ता है।


Body:वीओ:1 ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए आजमगढ़ डिपो के बस ड्राइवर आशुतोष पांडे का कहना है कि परिवहन विभाग की जो गाड़ियां हैं बीच रास्ते में खराब हो जाती हैं और जिससे यात्री मारपीट तक करने लगते हैं। आशुतोष का कहना है कि गाड़ियों की खराबी का खामियाजा ड्राइवर व कंडक्टर को भुगतना पड़ता है बस में सफर करने वाले यात्री हम लोगों के साथ गाली-गलौज व मारपीट भी करते हैं। कबाड़ा बसों की शिकायत कई बार की जा चुकी है लेकिन अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं हुआ है। इस बारे में आजमगढ़ के आरएएम प्रमोद तिवारी का कहना है कि आजमगढ़ डिपो में 425 बसे हैं जिसमें 390 बसें निगम की हैं और 35 बसें अनुबंधित हैं उन्होंने बताया कि 30 बसें नीलाम करने के योग्य हैं बाकी बसों में सीट और जो भी गड़बड़ी है उसकी मरम्मत कराई जा रही है जिसे 31 अगस्त तक पूरा करा लिया जाएगा।


Conclusion:बाइट: आशुतोष पांडे ड्राइवर
बाइट: प्रमोद तिवारी आरएम आजमगढ़ डिपो
अजय कुमार मिश्रा आजमगढ़ 9453766900

बताते चलें कि आजमगढ़ के परिवहन अधिकारी भले ही 30 बसों के खराब होने का दावा कर रहे हैं लेकिन आजमगढ़ डिपो में लगभग सैकड़ों बसे ऐसे हैं जो चलने की स्थिति में नहीं है और यदि या बसें सड़क पर चलती हैं तो बीच रास्ते में ही बिगड़ जाती हैं इन बसों पर यात्रा करने वाले यात्री ड्राइवर व परिचालकों से मारपीट भी करते हैं।
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