आजमगढ़: जिले के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय को मंगलवार देर रात निलंबित कर दिया गया. कमिश्नर कनकलता त्रिपाठी द्वारा शासन को भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर निलंबन की कार्रवाई की गई है. निलंबन के साथ ही बीएसए पर मुकदमा पंजीकृत करने का भी निर्देश दिया गया है. बीएसए पर जूनियर हाई स्कूल में शिक्षकों की नियुक्तियों में गड़बड़ी करने के गंभीर आरोप लगे हैं.
रोने जाट कमेटी की रिपोर्ट पर कार्रवाई
बीएसए द्वारा किए जा रहे खेल की शिकायत जब आजमगढ़ मंडल आयोग को मिली तो रोने जाट कमेटी का गठन किया गया, जिसकी रिपोर्ट शासन को भेजी. साथ ही बीएसए पर निलंबन की कार्रवाई के साथ-साथ मुकदमा भी दर्ज किया गया है. सूत्रों के मुताबिक एक नियुक्ति में 35 से लेकर 40 लाख रुपए लेने के बीएसए देवेंद्र कुमार पांडेय पर गंभीर आरोप लगे हैं.
जांच रिपोर्ट में हुआ अनियमितता का खुलासा
कमिश्नर ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी. जांच कमेटी की रिपोर्ट में उक्त बातें सत्य पाई गईं और यही रिपोर्ट मंडलायुक्त ने शासन को भेजी, जिसके बाद शासन ने बीएसए को निलंबित करने का निर्देश दिया. बीएसए के साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी, पटल सहायक, प्रधानाचार्य के विरुद्ध कार्रवाई करने के साथ मुकदमा भी पंजीकृत करने का आदेश दिया गया है.
बीएसए देवेंद्र कुमार पांडे ने कई स्कूलों में 85 नियुक्तियां की गई थीं, जिसमें प्रधानाध्यापक, कला वर्ग के अध्यापक, अन्य 45 अध्यापकों की नियुक्ति की हुई थीं, जिसमें भारी अनियमितता बरती गई थी. इन नियुक्तियों के लिए जो विज्ञापन जारी किए गए थे, वह त्रुटिपूर्ण थे. अनुभव प्रमाण पत्र का सत्यापन तक नहीं किया गया था. साथ ही जितने लोगों का चयन किया गया उनके अलावा जो लोग शामिल हुए उसके बारे में कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है.
कनकलता त्रिपाठी, मंडलायुक्त