आजमगढ़: जिले में पुलिसिंग व्यवस्था और बेहतर बनाने व लोगों की सुरक्षा के लिए, अब लेखपालों की तरह बीट पुलिस ऑफिसर तैनात करने की योजना तैयार की जा रही है. पहले दौर में यह स्कीम आजमगढ़ मंडल के दो थानों और जिला के एक प्रमुख थाने में लागू की जाएगी. इस योजना के तहत एक साल के लिए तैनात होने वाले बीट पुलिस अफसर के कंधों पर लोगों के सुरक्षा की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय की गई है. इस टीम की पुलिस बॉडीआर्न कैमरा, पिस्टल, सरकारी मोबाइल नंबर, बाइक आदि आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी.
आजमगढ़: लेखपालों की तरह अब बीट पुलिस अफसर होंगे तैनात
आजमगढ़ जिले में पुलिसिंग व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए बीट पुलिस ऑफिसर की तैनाती की जाएगी. यह स्कीम मंडल के दो थानों और जिला के एक प्रमुख ताने में लागू की जाएगी.
आजमगढ़: जिले में पुलिसिंग व्यवस्था और बेहतर बनाने व लोगों की सुरक्षा के लिए, अब लेखपालों की तरह बीट पुलिस ऑफिसर तैनात करने की योजना तैयार की जा रही है. पहले दौर में यह स्कीम आजमगढ़ मंडल के दो थानों और जिला के एक प्रमुख थाने में लागू की जाएगी. इस योजना के तहत एक साल के लिए तैनात होने वाले बीट पुलिस अफसर के कंधों पर लोगों के सुरक्षा की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय की गई है. इस टीम की पुलिस बॉडीआर्न कैमरा, पिस्टल, सरकारी मोबाइल नंबर, बाइक आदि आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी.
एंकर- पुलिस को और बेहतर बनाने व लोगों की सुरक्षा के लिए अब लेखपालों की तरह बीट पुलिस आफिसर तैनात करने की योजना को अमलीजामा पहनाने में पुलिस अधिकारी जुट गये है। पहले दौर में यह स्कीम आजमगढ़ मंडल के दो थानों और जिला के एक प्रमुख थाने में लागू की जाएगी। इस योजना के तहत एक साल के लिए तैनात होने वाले बीट पुलिस आफिसर के कंधों पर लोगों के सुरक्षा की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय की गई है। इस टीम की पुलिस बाडीआर्न कैमरा, पिस्टल, सरकारी मोबाइल नंबर, बाइक आदि आधुनिक सुविधाओ से लैस होगी।
Body:वीओ : इस योजना के तहत आजमगढ़ जिले में शहर कोतवाली और फुलपुर कोतवाली का चयन किया गया है। एसपी ग्रामीण नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि डीजीपी ओपी सिंह की तरफ से जारी गाइड लाइन के तहत बीट पुलिस आफिसर के पद पर थाने के तेजतर्रार सिपाहियों को तैनात किया जाएगा। इनके पास लेखपाल के बराबर हलका रहेगा। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्र के बीट पुलिस आफिसर के पास करीब चार हजार और शहरी क्षेत्र में छह हजार लोगों के सुरक्षा सहित अन्य तरह की जिम्मेदारी रहेगी। वे अपने एंड्राएड मोबाइल सेट में ई-बीट बुक साफ्टवेयर के जरिए क्षेत्र के लोगों की संपूर्ण जानकारी लोड करेगें। ताकि आवश्यकता होने पर एक क्लिक पर संबंधित का पूरा डेटा मिल सके। इसके अलावा बीट पुलिस आफिसर के मोबाइल में टापटेन के अपराधियों, गैंग लीडर, वरिष्ठ नागरिकों आदि की भी सूची अपडेट रहेगी। दोनों थानों की पुलिस अपने-अपने बीट की सूची तैयार कर मुख्यालय भेजवा दिया हैं। Conclusion:दोनों थानों में 140 बीट पुलिस आफिसरों को तैनात किया जायेगा। ड्यूटी के दौरान अगर कोई लापरवाही पायी जाती है तो सीओ और एसओ की सयुंक्त रिपोर्ट पर कार्यवाई होगी।
बाइट : नरेंद्र प्रताप सिंह (एसपी ग्रामीण)
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