आजमगढ़ : जनपद के बेलैसा में केले को कार्बाइड की जगह एसी में पकाया जाता है. एसी में पकने वाला केला स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है और सेहत को नुकसान भी नहीं पहुंचाता.
ईटीवी भारत से बातचीत में स्टोर के मालिक राजेश सिंह ने बताया कि वो लोग आंध्र प्रदेश से केले मंगाते हैं, जिसे आने में लगभग तीन दिन का समय लगता है. आंध्र प्रदेश से आने के बाद उसकी धुलाई-सफाई करने के बाद उसे एसी चेंबर में रख देते हैं. इन चेंबरों में फुल स्पीड में एसी चलती है. एसी चेंबर में केलो को पैक करने के बाद सरकार से अप्रूव गैस का छिड़काव किया जाता है. इस प्रक्रिया के 72 घंटे बाद केले बाजार में बिकने के लिए तैयार हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि यह केले स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल भी हानिकारक नहीं होते हैं.
बता दें कि कार्बाइड से पकाए जाने वाले केले स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक होते थे, पर एसी में पकने वाले केलों में सरकार से अप्रूव गैस का ही प्रयोग किया जाता है. यह गैस स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक भी नहीं है.