आजमगढ़: जनपद में पिछले तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से जहां आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, वहीं सगड़ी तहसील क्षेत्र में बहने वाली घाघरा नदी के महुला-गढ़वाल मुख्य बांध में सात फीट अंदर तक कटान हो गया है. साथ ही बांध में कई जगह छोटे-छोटे कटाव भी हुए हैं. ग्रामीणों ने इनकी सूचना अधिकारियों को दी है. हालांकि अभी तक कोई राहत नहीं मिल पाई है.
जनपद में पिछले 72 घंटों से मूसलाधार बारिश हो रही है. बारिश की वजह से कई गांव की बिजली गुल है तो कई जगह पानी भरा हुआ है. वहीं सगड़ी तहसील से गुजरने वाली घाघरा नदी में बाढ़ का पानी इस बरसात के बाद एक बार फिर बढ़ गया है. नदी के किनारे बने महुला-गढ़वाल (एमजी) मुख्य बांध में सहदेवगंज के पास सात फीट तक कटाव हो गया. इसी के साथ बंधे पर बड़े वाहनों का आवागमन भी ठप हो गया है. कटान के बाद से आसपास के गांव के ग्रामीण दहशत में हैं.
उन्होंने इसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को दी, लेकिन वह अपने ढुल-मुल रवैये से बाज नहीं आ रहे हैं. इतना ही नहीं 36 किलोमीटर के बने इस बंधे में कई जगह छोटे-छोटे कटाव और रिसाव हो रहे हैं. हाल में ही घाघरा नदी के छोटी सरयू पर बने रिंग बांध टूटने से करीब सैकड़ों गांवों की आबादी बाढ़ के पानी से घिर गई थी. इसके बाद किसी तरह से एक सप्ताह में इस रिंग बांध को दुरुस्त किया गया. वहीं इसके कुछ दिन बाद ही गांगेपुर का रिंग बांध भी 50 मीटर तक बह गया था. ऐसे में अब मुख्य बंधे के साथ अधिकारियों की लापरवाही कहीं यहां के ग्रामीणों पर भारी न पढ़ जाए.
ग्रामीण दिलवर यादव का कहना है कि बंधे में बारिश के बाद कटाव हो गया है. उन्होंने कहा कि बंधे की मरमत और मिट्टी कार्य के लिए लाखों रुपये आते हैं, जो भ्रटाचार की भेंट चढ़ जाते हैं. उन्होंने बताया कि बंधे में कटाव की सूचना संबंधित अधिकारियों को दी गई है, लेकिन वह इस बार भी लापरवाह बने हुए हैं.