आजमगढ़: जिले में पिछले 24 मई को मंडलीय अस्पताल के बाहर डॉक्टरों की लापरवाही के चलते कोरोना संदिग्ध महिला की मौत को लेकर डीएम ने सीडीओ की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की है. डीएम का कहना है कि जांच में दोषी पाए जाने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
आजमगढ़ डीएम नागेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि 24 मई को मुंबई से इलाहाबाद ट्रेन व इलाहाबाद से आजमगढ़ बस से आ रही महिला की रास्ते में तबीयत खराब हो गई थी. पीड़िता को इलाज के लिए जिले के मंडलीय चिकित्सालय लाया गया था. महिला को तेज बुखार था.
बताया गया कि डाक्टरों ने कोरोना संदिग्ध मानते हुए महिला को हाथ नहीं लगाया. करीब 2 घंटे तक पीड़िता अस्पताल के गेट के बाहर तड़पती रही. महिला के बेटे ने डॉक्टरों से कई बार मदद की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने एक न सुनी. अंत में पीड़िता की मौत हो गई.
घटना को लेकर मृतका के बेटे ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए थे. मामले का पता चलने के बाद डीएम ने जांच टीम गठित की है. डीएम का कहना है कि लापरवाही सामने आने पर उक्त डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.