आजमगढ़ः बीजेपी के चाणक्य गृहमंत्री अमित शाह ने जिले में यूनिवर्सिटी की न केवल आधारशिला रखी, बल्कि उसका नाम सुहेलदेव रखने का सुझाव भी दिया है. शाह ने एक तरफ सीएम योगी की तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े. उन्होंने कहा कि सीएम योगी के कार्यकाल में माफियाराज खत्म हो गया. तो वहीं एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव पर जिन्ना के बयान पर कटाक्ष भी किया.
उन्होंने कहा कि जब विधानसभा चुनाव 2022 सिर पर है, तो अखिलेश को मुस्लिम वोट बैंक को अपनी ओर करने के लिए जिन्ना याद आने लगे. उन्हें अब जिन्ना भा रहे हैं. गृहमंत्री ने कहा कि सीएम योगी ने अबतक 40 मेडिकल कॉलेज बनाने का अपना वादा पूरा किया. आजमगढ़ की स्थानीय जनता की मांग को देखते हुए आज यूनिवर्सिटी की सौगात भी दे दी. इस जिले को लोगों ने बदनाम कर दिया था, अब ये पवित्र भूमि मां सरस्वती का वास बनेगा. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में 8 हवाई अड्डों का निर्माण करवाया गया है.
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अमित शाह पूर्वांचल में थे तो उन्होंने अयोध्या का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है. इस तरह से शाह ने एसपी के गढ़ में बीजेपी के विजय गाथा की लकीरें खींचनी शुरू कर दी है. अब देखना ये होगा कि, उनकी ये रणनीति बीजेपी को कितना फायदा पहुंचा पाती है.
शीर्ष पर पहुंची अर्थव्यवस्था
अमित शाह ने कहा कि 2017 से पूर्व उत्तर प्रदेश, देश की छठी अर्थव्यवस्था थी. लेकिन योगी सरकार आने के बाद आज की तारीख में ये यूपी की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. पहले जीडीपी 10 लाख करोड़ रुपये थी. लेकिन आज की तारीख में 32 लाख करोड़ रुपये है.
माफियाओं से मुक्त प्रदेश
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पहले माफियाओं का राज चलता था. आए दिन व्यापारियों से रंगदारी ली जाती थी. लेकिन योगी राज में आज माफिया जेल में हैं या फिर प्रदेश से बाहर भाग गए हैं. जिसकी वजह से यूपी अब उद्योगपतियों को भाने लगी है. आजमगढ़ भी इसका उदाहरण है.
परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टिकरण पर विराम
शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पहले परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टिकरण की राजनीति होती थी. जिसपर सीएम योगी ने विराम लगा दिया है. अब सबको इंसाफ मिलता है और सबके लिए काम किया जाता है.
पलायन को रोका
शाह ने कहा कि साल 2017 के पहले कैराना से लोग पलायन कर रहे थे. बेटियों की उच्च शिक्षा नहीं हो पाती थी. लेकिन आज की तारीख में कानून का राज होने की वजह से माफिया यूपी छोड़ कर चले गए हैं और पलायन पर रोक लग गया है.
शाह ने सुझाया यूनिवर्सिटी का नाम
अमित शाह ने यशपालपुर आजमबांध में राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास करते हु एकहा कि मेरा सुझाव है कि इस यूनिवर्सिटी का नाम महाराजा सुहेलदेव के नाम पर रखा जाए. उन्होंने इसके पीछे तर्क दिया कि महाराजा सुहेलदेव जी ने देश को आक्रांताओं से बचाने का काम किया था.
नई शिक्षा नीति पर की योगी की तारीफ
उन्होंने कहा कि 2017 के विधान सभा चुनाव के दौरान बनाए गए घोषणा पत्र में 10 नए यूनिवर्सिटी बनाने की बात कही गई थी, जो आज पूरा हो गया है. नए-नए शिक्षण संस्थान खोले गए. उच्च शिक्षा के लिए डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना की गई. मोदी नई शिक्षा नीति लेकर आए हैं, उसको अमली जामा पहनाने के बाद धर्मेंद्र प्रधान का है. मगर मुझे आनंद है कि योगी नई शिक्षा नीति को मोदी जी के स्प्रिट के हिसाब से यूपी की भूमि पर उतारने का काम कर रहे हैं.
अखिलेश के गढ़ में सेंधमारी की कोशिश
दरअसल, 2017 के विधानसभा चुनाव में जब पूरे प्रदेश में पीएम मोदी की लहर चल रही थी. उस समय भी आजमगढ़ ने बीजेपी के विजय रथ को रोक दिया था. 10 विधानसभा वाले इस जिले में बीजेपी को फूलपुर की एक सीट पर ही संतोष करना पड़ा था. वो भी अगर देखा जाए, तो मोदी लहर की वजह से नहीं, बल्कि पूर्व सांसद रमाकांत के बेटे की वजह ये सीट बीजेपी की झोली में गई थी. लेकिन बीजेपी लहर में भी आजमगढ़ न जीत पाने की कसक बीजेपी को हमेशा सालती रही, जिसे अब यशपालपुर आजमबांध में राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास कर अखिलेश के गढ़ में बीजेपी ने सेंधमारी की पूरी तैयारी कर ली है.
बीजेपी की 2017 में पूरे प्रदेश में 81 ऐसी सीटें थी, जहां बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. उनमें से 9 सीटें आजमगढ़ की ही थी. ऐसे में 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी जिले की सभी 10 सीटों को जीतना चाहती है. इसी को देखते हुए कई सालों से विश्वविद्यालय की मांग चल रही थी. जिसका शिलान्यास कर जनता से कनेक्ट करने की कोशिश में लगी हुई है.