अयोध्या: भगवान श्री राम की पावन जन्मस्थली अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के साथ ही अयोध्या को वायु सेवा और रेल सेवा के बाद अब जल सेवा की नई नवेली सौगात भी मिलने वाली है. केंद्र और प्रदेश सरकार के सौजन्य से सरयू नदी में वाटर मेट्रो रफ्तार भरेगी. यह वाटर मेट्रो अयोध्या से गुप्तार घाट तक का सफर श्रद्धालुओं और सैलानियों को कराएगी. सूत्रों का दावा है कि भगवान राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सेवा को हरी झंडी दिखाएंगे. खास बात यह है कि अपने आप में पूरे प्रदेश में यह पहली वाटर मेट्रो सेवा होगी.
पटना होते हुए 16 दिन में अयोध्या पहुंची वाटर मेट्रोः पश्चिम बंगाल के कोलकाता से चलकर बिहार के पटना होते हुए जल मार्ग के जरिए ही 16 दिन का सफर पूरा करके यह वाटर मेट्रो रामनगरी अयोध्या के सरयू तट के किनारे पहुंच गई है. 16 दिन के सफर में 17 नाविक इस वाटर मेट्रो को लेकर अयोध्या पहुंचे हैं. अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह वाटर मेट्रो अयोध्या के नया घाट से गुप्तार घाट तक सफर करेगी. उसके बाद वापस गुप्तार घाट से अयोध्या आएगी. जिसमें श्रद्धालु और सैलानी सफर कर सकते हैं. इस वाटर मेट्रो के साथ जेटी भी अयोध्या पहुंचाई गई है जो वाटर मेट्रो और घाट के बीच सेतु का काम करेगी. अभी अयोध्या में दो वाटर मेट्रो जेटी के साथ पहुंच चुकी हैं.
पीएम मोदी वाटर मेट्रो से कर सकते हैं सरयू घाटों का अवलोकनः नौ नवंबर को अयोध्या में हुई योगी कैबिनेट की बैठक में जल मार्ग प्राधिकरण के गठन का प्रस्ताव पास किया गया था. उसी कड़ी में अयोध्या को पहली सौगात वाटर मेट्रो के रूप में मिली है. सूत्रों का दावा है कि 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी वाटर मेट्रो पर सवार होकर अयोध्या के घाटों का अवलोकन कर सकते हैं. जिसको लेकर तैयारी की जा रही है. वाटर मेट्रो पर सवार होकर एक साथ बड़ी संख्या में पर्यटक घाट का अवलोकन कर सकते हैं. पटना से अयोध्या तक वाटर मेट्रो को पहुंचाने वाले नाविक टुनटुन महतो ने बताया कि 16 दिन का सफर पूरा करके दो वाटर मेट्रो अयोध्या पहुंची हैं. इसे दिन में चलाया जाता था और रात में नदी के किनारे लगा दिया जाता था.