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अयोध्या आतंकी हमला: फैसले पर पीड़ितों ने कहा- फांसी से कम कुछ भी स्वीकार नहीं - ayodhya terror attack case court decision

अयोध्या आतंकी हमले पर कोर्ट ने मंगलवार को अपना फैसला सुनाया. कोर्ट ने अपने फैसले में चार आतंकियों को आजीवन कारावास की सजा और एक को बरी कर दिया. इस आतंकी हमले के पीड़ितों ने कोर्ट से फांसी की सजा की मांग की.

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Published : Jun 18, 2019, 10:25 PM IST

अयोध्या: 5 जुलाई 2005 को अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर में हुए आतंकी हमले में नैनी जेल में बंद पांच आरोपियों को मंगलवार को प्रयागराज में स्पेशल कोर्ट ने सजा सुनाई. कोर्ट ने चार आरोपियों को आजीवन कारावास और एक आरोपी को बरी कर दिया. आतंकी हमले के पीड़ित परिवारों ने कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह इससे संतुष्ट नहीं हैं.

कोर्ट के फैसले पर बोलते पीड़ित परिवार के सदस्य.

5 जुलाई 2005 को अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर में हुए आतंकी हमले रामचंद्र यादव की पत्नी शांति देवी की मौत हो गई थी. रामचंद्र यादव ने कहा कि आतंकी हमले पर फैसला आज आया है, लेकिन हम इस फैसले से खुश नहीं हैं. यह मामला अदालत का है. मैं अदालत का सम्मान करते हुए मांग करता हूं कि आतंकवादियों को जेल में न रखकर उन्हें फांसी दी जाए.

इसी आतंकी हमले में आतंकवादियों की गोली लगने से कृष्ण स्वरूप की मौत हो गई थी. कोर्ट के फैसले पर उनके बेटे रवि स्वरूप ने कहा कि हम लोगों ने फांसी की मांग की थी, लेकिन हमारे साथ न्याय नहीं हुआ है. आतंकवादियों ने न जाने कितने परिवारों की जिंदगी बर्बाद कर दी. इस हमले के बाद से मेरी पढ़ाई रुक गई. आज मेरी जो स्थित है, उसे मैं बयां नहीं कर सकता हूं. हम कोर्ट के इस फैसले से सहमत नहीं है. आतंकियों को फांसी की सजा होनी चाहिए. कोर्ट के फैसले को लेकर संतों का भी कहना है कि वह कोर्ट के आदेश का विरोध नहीं करते हैं, लेकिन कोर्ट ने अपने निर्णय में सजा कम दी है.

अयोध्या: 5 जुलाई 2005 को अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर में हुए आतंकी हमले में नैनी जेल में बंद पांच आरोपियों को मंगलवार को प्रयागराज में स्पेशल कोर्ट ने सजा सुनाई. कोर्ट ने चार आरोपियों को आजीवन कारावास और एक आरोपी को बरी कर दिया. आतंकी हमले के पीड़ित परिवारों ने कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह इससे संतुष्ट नहीं हैं.

कोर्ट के फैसले पर बोलते पीड़ित परिवार के सदस्य.

5 जुलाई 2005 को अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर में हुए आतंकी हमले रामचंद्र यादव की पत्नी शांति देवी की मौत हो गई थी. रामचंद्र यादव ने कहा कि आतंकी हमले पर फैसला आज आया है, लेकिन हम इस फैसले से खुश नहीं हैं. यह मामला अदालत का है. मैं अदालत का सम्मान करते हुए मांग करता हूं कि आतंकवादियों को जेल में न रखकर उन्हें फांसी दी जाए.

इसी आतंकी हमले में आतंकवादियों की गोली लगने से कृष्ण स्वरूप की मौत हो गई थी. कोर्ट के फैसले पर उनके बेटे रवि स्वरूप ने कहा कि हम लोगों ने फांसी की मांग की थी, लेकिन हमारे साथ न्याय नहीं हुआ है. आतंकवादियों ने न जाने कितने परिवारों की जिंदगी बर्बाद कर दी. इस हमले के बाद से मेरी पढ़ाई रुक गई. आज मेरी जो स्थित है, उसे मैं बयां नहीं कर सकता हूं. हम कोर्ट के इस फैसले से सहमत नहीं है. आतंकियों को फांसी की सजा होनी चाहिए. कोर्ट के फैसले को लेकर संतों का भी कहना है कि वह कोर्ट के आदेश का विरोध नहीं करते हैं, लेकिन कोर्ट ने अपने निर्णय में सजा कम दी है.

Intro:अयोध्या। 5 जुलाई 2005 को अयोध्या के राम जन्मभूमि परिसर में हुए आतंकी हमले में नैनी जेल में बंद पांच आरोपियों को आज प्रयागराज हाई कोर्ट स्पेशल जज ने सजा सुनाई है। पांच आरोपियों में से स्पेशल जज ने 4 आरोपियों को आजीवन कारावास वहीं एक आरोपी को छोड़ दिया है ऐसे में आतंकी हमले में पीड़ित परिवार के लोग फैसले से संतुष्ट नहीं है। पीड़ित परिवार रामचंद्र यादव की पत्नी शांति देवी की मौत बम ब्लास्ट में हुई थी मृतक के पति रामचंद्र का कहना है कि आरोपियों को सजा ए मौत की सजा मिलनी चाहिए। वहीं आतंकवादियों की गोली से घायल मृतक कृष्ण स्वरूप के बेटे रवि स्वरूप का भी कहना है कि आरोपियों को उम्र कैद की सजा दी गई है। उनको मौत की सजा मिलनी चाहिए। वही संतों का भी कहना है कि कोर्ट के आदेश का विरोध नहीं करते हैं लेकिन कोर्ट ने जो निर्णय किया है उसमें सजा कम दी गई है।
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Body:राम जन्मभूमि परिसर में आतंकी विस्फोट में रामचंद्र यादव की पत्नी शांति देवी की मौत हुई थी जिस पर मीडिया से बातचीत में रामचंद्र यादव ने कहा कि 5 जुलाई 2005 आतंकी विस्फोट का फैसला आज आया है और इस फैसले से हम खुश नहीं हैं क्योंकि यह मामला अदालत का है इसलिए मैं अदालत का सम्मान करते हुए मैं मांग कर रहा हूं कि आतंकवादियों को जेल में ना रख कर के, खडीयंत्रकारियों को जेल में ना रखा जाए। उन्हें सरेआम गोली मार दी जाए या फिर फांसी दे दी जाए।
वहीं आतंकवादियों की गोली से घायल मृतक कृष्ण के बेटे रवि स्वरूप का कहना है कि हम लोगों ने फांसी की मांग की थी हमारे साथ न्याय नहीं हुआ है उन आतंकवादियों के लिए फांसी की सजा ही उचित थी कितने परिवारों की जिंदगी उन लोगों ने बर्बाद कर दी जिसकी वजह से हमारी पढ़ाई रुक गई हमारी जिंदगी रुक गई सोनी सब की वजह से आज हम इस कगार पर हो कि मैं कुछ बयान नहीं कर पा रहा। हम कुल मिलाकर कोर्ट के इस फैसले से सहमत नहीं है। कोर्ट ने जो आजीवन कारावास का सजा दिया है इससे हम संतुष्ट नहीं हैं हम ने फांसी की सजा की मांग की थी और हम यही चाहते हैं।


Conclusion:पीड़ित परिवार और संत समाज नाखुश दिख रहा है। ऐसे में लोगों के पास सिर्फ अपील करके फिर से कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं दिखता है।

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