अयोध्या : यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (Kalyan Singh) के निधन के बाद राम मंदिर निर्माण में उनकी भूमिका को देखते हुए प्रदेश की योगी सरकार ने अयोध्या (Ayodhya) में राम जन्मभूमि वाले जाने वाले मार्ग को कल्याण सिंह के नाम पर करने का एलान किया है. इस एलान के बाद विश्व हिंदू परिषद (Vishva Hindu Parishad) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. विहिप (VHP) प्रवक्ता शरद शर्मा ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि जिस प्रकार से प्रदेश सरकार ने राम भक्त कल्याण सिंह के योगदान को सम्मान देते हुए उनके नाम पर अयोध्या में राम जन्मभूमि मार्ग का नाम कल्याण सिंह मार्ग करने का काम किया है वह स्वागत योग्य है. हमारी मांग है कि कल्याण सिंह के अलावा अन्य जिन प्रमुख हस्तियों ने राम मंदिर निर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया उनकी तरफ भी सरकार को ध्यान देने की आवश्यकता है. ऐसे राम भक्तों को भी सम्मान मिलना चाहिए प्रदेश सरकार को इस तरफ अपना ध्यान आकृष्ट करना चाहिए.
विहिप मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद जी से श्री राम भक्तों साधु-संतों की ओर से व्यक्तिगत आग्रह है कि अयोध्या से जुड़े हुए उन महापुरुषों को भी हमें स्मरण कर सम्मान देना चाहिए, जिन्होंने लगातार धार्मिक सांस्कृतिक और सामाजिक जीवन मूल्यों की रक्षा के साथ श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए अपने प्राणों की आहुति दी. ऐसे महापुरुषों में प्रथम तो वह अयोध्या में बलिदान हुए कार सेवक हैं, जिन्होंने 30 अक्टूबर 2 नवंबर 1990 को अपना प्राण त्यागा. इसके अलावा श्रीराम जन्म भूमि के धर्म योद्धाओं में प्रतिवाद भयंकर दिगंबर अनी के पूर्व श्रीमहंत श्रीराम जन्म भूमि न्यास अध्यक्ष परमहंस रामचंद्र दास जी महाराज, श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति यज्ञ समिति के पूर्व अध्यक्ष गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ जी महाराज विश्व हिंदू परिषद के पूर्व संरक्षक अध्यक्ष स्वर्गीय श्री अशोक सिंघल जी, स्वर्गीय केके नैयर तथा ठाकुर गुरुदत्त सिंह जैसे सम्मिलित हैं.
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शरद शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तथा पूर्व राज्यपाल राम भक्त कल्याण सिंह जी के नाम पर "श्रीराम जन्मभूमि संपर्क पथ" के नामकरण की, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा की गई घोषणा का श्री राम भक्त स्वागत अभिनंदन करते हैं. स्वर्गीय कल्याण सिंह जी के योगदान को विस्मृत नहीं किया जा सकता. सत्ता की कुर्सी पर बैठकर भी उन्होंने भरत जैसा त्याग प्रस्तुत किया, ऐसे त्यागी महापुरुष के नाम पर सड़क का नामकरण उनको श्रद्धांजलि ही है. यह "श्रीराम जन्मभूमि संपर्क पथ" वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों को कल्याण सिंह जी का स्मरण कराता रहेगा.
विहिप मीडिया प्रभारी ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण ही उनके संकल्प और स्वप्न को साकार करने वाला है यही उनको श्रद्धांजलि भी है.लेकिन जिस प्रकार से देश की स्वतंत्रता के लिए अनेक महापुरुषों ने अपने प्राणों को न्योछावर किया उनके सम्मान में तरह-तरह के आयोजन भवनों और सड़कों का नामकरण किया गया ठीक उसी प्रकार से इन सामाजिक एवं धार्मिक स्वतंत्रता के लिए संघर्षरत महापुरुषों को सम्मान मिलना चाहिए.