अयोध्या: गैंगरेप की शिकार दलित किशोरी के साथ दो महिला पुलिसकर्मियों द्वारा थाने में की गई अभद्रता को लेकर ईटीवी की खबर का बड़ा असर देखने को मिला है. इस मामले में पीड़िता द्वारा दिए गए बयान के आधार पर खबर प्रकाशित होने के बाद पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने मामले में आरोपी पाई गई महाराजगंज थाने की दो महिला पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है और जांच के आदेश दिए हैं.
बता दें कि दो दिन पूर्व महाराजगंज थाना क्षेत्र में शौच के लिए गई एक दलित नाबालिग लड़की के साथ गांव के ही तो दबंगों ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था. जिसके बाद मामले की शिकायत लेकर थाने पहुंची लड़की के साथ महिला पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट की गई थी.
रेप पीड़िता ने लगाया था आरोप, महिला पुलिसकर्मियों ने थाने में पीटा
सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई पीड़ित लड़की का आरोप था कि थाने में मौजूद दो महिला पुलिसकर्मियों ने उसके लिए अपशब्दों का प्रयोग किया साथ ही जूते और बेल्ट से उसकी पिटाई की. महिला पुलिसकर्मियों ने पीड़िता को कपड़े उतारने के लिए भी कहा. इस मामले को लेकर जिले की समाजवादी पार्टी ने आंदोलन की धमकी दे डाली है. वहीं पीड़िता के बयान के आधार पर जब खबर ईटीवी भारत में प्रकाशित हुई तो जनपद की वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया. जांच में आरोपी पाई गई महाराजगंज थाने की दो महिला पुलिस कर्मियों शशि और नीतू को तत्काल निलंबित कर दिया है.
घटना को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी
दलित नाबालिग लड़की के साथ दो दबंग युवकों द्वारा की गई सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद गांव में नाराजगी है. वहीं इस मामले को लेकर अब सियासत भी तेज हो गई है. जिले की समाजवादी पार्टी ने प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को मुद्दा बनाकर एक बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है. बुधवार को भी पूर्व कैबिनेट मंत्री अवधेश प्रसाद और पूर्व राज्यमंत्री तेज नारायण उर्फ पवन पांडे ने पीड़िता के गांव में जाकर उसके परिवार से मुलाकात की थी और हर संभव मदद का आश्वासन दिया था.
इस मामले में पीड़िता के बयान के आधार पर तत्काल दोनों महिला आरक्षण को लाइन हाजिर कर दिया गया है. घटना की जांच के लिए टीम बना दी गई है, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
-शैलेन्द्र सिंह, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण