अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला मंदिर निर्माण के लिए बच्चे भी सहयोग के लिए सामने आ रहे हैं. शुक्रवार को बिहार से आए दो बच्चों ने अपने पॉकेट मनी से 2001 रुपये का दान कर मिशाल पेश किया है. बच्चों के इस प्रयास की संतों द्वारा प्रशंसा की जा रही है. बच्चों के पिता बेतिया जिले में मजिस्ट्रेट हैं. जबकि परिवार मोतिहारी जिले का रहने वाला है.
मन में था रामजन्म भूमि दर्शन का संकल्प
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय में जाकर विवेक और वैभव नाम के दो बच्चों ने अपने पॉकेट मनी से बचाए हुए रुपये को राम मंदिर निर्माण के लिए दान दिया है. ये बच्चे बिहार से अपने माता-पिता के साथ अयोध्या आए हुए थे. इनके मन मे रामजन्म भूमि दर्शन का संकल्प था.
पहले दान, फिर रामलला के दर्शन
गौर करने वाली बात यह है कि दर्शन से पहले इन दोनों बच्चों ने एक और प्रण कर रखा था कि पहले रामलला के मंदिर के लिए पॉकेट मनी से बचाए हुए रुपये ट्रस्ट को दान करेंगे. फिर उसके बाद रामलला का दर्शन करेंगे. बच्चे अपने माता-पिता के साथ श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट कार्यालय पहुंचे, जहां कार्यालय के मैनेजर श्रीप्रकाश गुप्ता को 2001 रुपये का दान प्रदान किया.
माता-पिता ने भी 5 हजार रुपये का दिया दान
बच्चों के माता-पिता ने भी रामलला के मंदिर निर्माण के लिए 5 हजार रुपये का दान दिया. बिहार से रामलला के दर्शन करने आए इन दोनों बच्चों में से विवेक क्लास तीन में और वैभव क्लास पांच में पढ़ते हैं. इनका कहना है कि अक्सर टेलीविजन पर रामलला को देखते रहे हैं.
टीवी पर देखा भूमि पूजन कार्यक्रम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब रामलला के मंदिर का भूमि पूजन किया, उस पूरे कार्यक्रम को भी इन बच्चों ने टेलीविजन पर देखा था. इनके मन में यह इच्छा बलवती थी कि वह जब भी रामलला के दर्शन करने जाएं तो रामलला को अपने पॉकेट मनी से बचाए हुए रुपये मंदिर निर्माण के लिए दान करेंगे.
गुल्लक में जमा किए थे पैसे
इन बच्चों ने काफी समय से ₹5, ₹10 और ₹100 करके जो भी इनको पॉकेट मनी के रूप में मिलते थे, उसको गुल्लक में रखते थे. जब आज अयोध्या आना हुआ तो दोनों ने गुल्लक से पैसे निकाल कर रामलला के लिए लेकर आए. दोनों बच्चों ने अपने हिस्से के एक हजार रुपये रामलला को दान किए हैं.
'प्रत्येक बच्चे में हो राम के प्रति समर्पण भावना'
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय मैनेजर श्री प्रकाश गुप्ता का कहना है कि देश के प्रत्येक परिवार के बच्चों में यह भावना होनी चाहिए. भगवान राम के प्रति समर्पण भाव होना चाहिए, जिससे यह सभी अपने पॉकेट मनी से बचाकर राम मंदिर निर्माण के लिए कुछ कर सकें.