अयोध्या: 31 अक्टूबर से राम नगरी अयोध्या में शुरू होने वाले दीपोत्सव 2021 कार्यक्रम के लिए पूरे शहर को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. मुख्य कार्यक्रम स्थल राम की पैड़ी से लेकर राम कथा पार्क और मुख्य सड़क मार्ग पर साफ-सफाई, रंग रोगन के बाद अब रंगीन झालर लगाने का काम चल रहा है. 3 नवंबर को भव्य शोभायात्रा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भगवान राम का राजतिलक करेंगे.
इस आयोजन में कई बड़े मंत्री और विदेशी अतिथि भी शामिल होंगे. देर शाम राम की पैड़ी परिसर में भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित होगा जहां करीब 900000 दीपक जलाए जाएंगे, लेकिन अयोध्या के मुख्य बाजार में रहने वाले सैकड़ों व्यवसायी परिवार ऐसे भी हैं जिन्होंने इस दीपोत्सव कार्यक्रम से दूरी बना ली है और इस बार दीपावली के मौके पर अपने घर में दीपक न जलाने की ठानी है. वजह है अयोध्या में सड़क चौड़ीकरण योजना में बड़े पैमाने पर व्यापारियों के मकान और घर तोड़े जाने का मामला.
एक तरफ अयोध्या में प्रवेश करते ही मुख्य प्रवेश द्वार से लेकर सभी स्थानों पर दीपोत्सव 2021 की बड़ी-बड़ी होर्डिंग और बैनर लगे हैं. इस आयोजन की भव्यता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सड़क के बीच में बने डिवाइडर तक को पेंट किया जा रहा है. वहीं, मुख्य दर्शन मार्ग राम जन्मभूमि और हनुमानगढ़ी कनक भवन रोड पर तस्वीर बिल्कुल अलग है. दुकानों के ऊपर व्यापारियों ने बैनर लगाकर अपना दर्द बयान किया है. व्यापारियों ने बैनर में लिखा है कि सौंदर्यीकरण के नाम पर उनकी रोजी-रोटी न छीनी जाए. जाहिर तौर पर अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम को यह बैनर पोस्टर मुंह चिढ़ा रहे हैं. व्यापारियों का आरोप है कि सौंदर्यीकरण के नाम पर अयोध्या की गरीब जनता को उजाड़ा जा रहा है.
व्यापारी रमेश गुप्ता ने बताया कि पूर्व में जब सड़क को चौड़ा करने की योजना बनी थी तब स्थानीय प्रशासन ने व्यवसायियों को भरोसा दिलाया था कि दुकान तोड़े जाने से पहले उन्हें दूसरी दुकान दे दी जाएगी, जिससे उनकी रोजी-रोटी प्रभावित न हो. प्रशासन ने अपना वादा तोड़ दिया. बिना दूसरा विकल्प दिए जबरिया दुकानों को तोड़ने की तैयारी कर ली गई है. व्यापारियों का कहना है की दीपावली के बाद उनकी दुकानें तोड़ दी जाएंगी. ऐसे में उनके सामने भूखों मरने का संकट खड़ा हो जाएगा. जब रोजी-रोटी चली जाएगी तो व्यापारी आखिर किस बात की दीपावली मनाएंगे. इसी मुद्दे को लेकर व्यापारी समाज में स्पष्ट कर दिया है कि वह इस बार दीपावली नहीं मनाएंगे.
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व्यापारियों के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे व्यापारी नेता नंद कुमार गुप्ता नंदू ने कहा कि हम अयोध्या के विकास के विरोधी नहीं हैं, लेकिन अयोध्या के नागरिकों का विनाश करके अयोध्या का विकास नहीं किया जा सकता. हमारी मांग है कि पहले हमें दूसरी जगह पर व्यवसाय और रहने की जगह दी जाए. उसके बाद हमारे मकान और दुकान तोड़े जाएं, लेकिन व्यापारियों की किसी मांग पर जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही है. हम मजबूर हैं जिसकी वजह से हमें सड़क पर उतरकर आंदोलन करना पड़ रहा है. अगर हमारी बात नहीं सुनी जाएगी तो हमारे सामने भूखे मरने का संकट खड़ा हो जाएगा.