अयोध्याः समाजवादी पार्टी के एक महासचिव रामचरितमानस के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं, तो सपा के ही एक महासचिव अवेधश प्रसाद राम कथा पाठ का श्रवण कर रहे हैं और खुद हाथ में थाली लेकर रामकथा में आए श्रद्धालुओं को आरती दिखा रहे हैं. गौरतलब है कि सपा के महासचिव और मिल्कीपुर के विधायक अवधेश प्रसाद को कुछ दिन पहले ही अखिलेश यादव ने पार्टी का महासचिव बनाया है.
अयोध्या में सियासत का खेल भी अजब-गजब नजर आया, जहां एक तरफ समाजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य की बयानबाजी रामचरितमानस को लेकर की जा रही है, तो अयोध्या में समाजवादी पार्टी के दूसरे महासचिव व विधायक अवधेश प्रसाद भी अजब गजब दिखाई पड़े. जैसे हाथी के दांत के मानिंद दिखाने के कुछ और होते हैं और खाने के कुछ और. इन दिनों सियासी गलियारों में रामचरितमानस को लेकर हंगामा बरपा हुआ है.
बता दें कि बीकापुर के बड़नपुर गांव में आयोजित रामकथा में समाजवादी पार्टी के ही राष्ट्रीय महासचिव अवधेश प्रसाद राम दरबार में पहुंचकर न केवल माथा टेकते नजर आए, बल्कि इस दौरान वह खचाखच भरे पंडाल में अनोखे अंदाज में भक्तों की मनुहार करते भी दिखाई दिए. स्वामीप्रसाद मौर्य के बयानों से इतर सपा के ही दलित वर्ग के कद्दावर नेता अवधेश प्रसाद का यह रूप एकाएक चर्चा में आ गया. लोग अचंभित मुद्रा में इन्हें निहारते रहे.
सपा के राष्ट्रीय महासचिव अवधेश प्रसाद ने व्यास गद्दी पर जाकर कथा व्यास के चरणों में मत्था टेकने के बाद आरती में शामिल हुए. अवधेश प्रसाद यहीं नहीं रुके. पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद ने आरती की थाली हाथ में लेकर भक्तों को दिखानी शुरू की. अब इसे अपने ही समकक्ष राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य को धोबी पछाड़ कहें या फिर राम नाम का डर. बात जो भी हो मगर रामकथा में ही मौजूद तमाम भाजपाई सपाई नेता के इस कलाबाजी पर चटकारे लेते दिखाई पड़े.