अयोध्या: रामनगरी के प्रमुख सरकारी कार्यालयों में अब प्रवेश करने वाले लोगों के जूते भी सैनिटाइज होंगे. नगर निगम इसकी योजना बना चुका है. इस नई व्यवस्था से कोविड-19 के संक्रमण को दूर किया जा सकता है.
नगर निगम का कहना है कि कार्यालय में प्रवेश करने वाले सफाईकर्मियों को सैनिटाइज करने की व्यवस्था तो कर दी गई थी, लेकिन जूते सैनिटाइज नहीं किए जा रहे थे. अब नई व्यवस्था के तहत कार्यालय में प्रवेश द्वार पर ही फोम रखा जा रहा है. इसे दिन में कम से कम 3 बार हाइपोक्लोराइट के घोल से भिगोया जाता है. कार्यालय में प्रवेश करने वाले लोग जब इसके ऊपर से गुजरते हैं तो उनके जूते स्वतः सैनिटाइज हो जाते हैं. नगर निगम की ओर से जूतों को सैनिटाइज करने की इस व्यवस्था का जिला अधिकारी अनुज कुमार झा और मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल ने निरीक्षण किया.
जूतों को सैनिटाइज करने की व्यवस्था बेहद सस्ती
जूतों को सैनिटाइज करने की नई व्यवस्था के तहत फोम को हाइपोक्लोराइट के घोल से भिगोया जाता है. इस फोम की सीट को कार्यालयों के बाहर रखा जाता है. इससे गुजरने वाले सभी लोगों के जूते स्वत: सैनिटाइज हो जाते हैं. नगर निगम का दावा है कि यह बेहद सस्ती व्यवस्था है. महज 500 रुपये के खर्च में दिनभर जूतों को सैनिटाइज करने की व्यवस्था की जा सकती है.
नगर आयुक्त डॉ. नीरज शुक्ला ने कहा कि जूतों को सैनिटाइज करने की व्यवस्था बेहद सस्ती है. इस नई व्यवस्था को जिले के 20 केंद्रों पर शुरू किया जा रहा है. जिलाधिकारी कार्यालय, नगर निगम कार्यालय अयोध्या जोन, फैजाबाद जोन पुलिस लाइन और सभी थानों मेें जूतों को सैनिटाइज करने की व्यवस्था कराई जा रही है.