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अयोध्या के दंत धावन कुंड पर शरद पूर्णमासी महोत्सव का आयोजन - शरद पूर्णिमा 2019 ताजा खबर

रामनगरी अयोध्या में शरद पूर्णिमा के अवसर पर शरद पूर्णमासी महोत्सव का आयोजन किया गया. इस दौरान कई भव्य झांकियां सजाई गईं, जिसे देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी.

अयोध्या में शरद पूर्णमासी महोत्सव.
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Published : Oct 13, 2019, 11:50 PM IST

अयोध्या: शरद पूर्णिमा के अवसर पर अयोध्या में शरद पूर्णमासी महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया. इस विशेष आयोजन को देखने के लिए भारी संख्या में दंत धावन कुंड पर लोग एकत्र हुए.

अयोध्या में शरद पूर्णमासी महोत्सव.

यह है मान्यता
मान्यता है कि यहां भगवान राम सुबह उठकर दातून किया करते थे, इसलिए इस कुंड को दंत धावन कुंड कहा जाता है. पिछले 125 वर्षों से दंत धनकुंड पर भूषण समाज की ओर से शरद पूर्णिमा के अवसर पर यह आयोजन किया जाता है. इस आयोजन में भव्य झांकी सजाई जाती है.

इसे भी पढ़ें- शरद पूर्णिमा का क्या है महत्व? सेहत और धन प्राप्ति के लिए करें ये उपाय

मनमोहक झांकियां की गई प्रदर्शित

रविवार को शरद पूर्णिमा के दिन शाम 7 बजे कुंड में विशेष झांकी प्रदर्शित की गई. इसमें भगवान ब्रह्मा का जन्म नौका में, विष्णु और लक्ष्मी शयन की झांकिया प्रदर्शित की गईं. इस बार साकेत भूषण समाज ने सजावट की विशेष तैयारियां की थीं.

अयोध्या: शरद पूर्णिमा के अवसर पर अयोध्या में शरद पूर्णमासी महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया. इस विशेष आयोजन को देखने के लिए भारी संख्या में दंत धावन कुंड पर लोग एकत्र हुए.

अयोध्या में शरद पूर्णमासी महोत्सव.

यह है मान्यता
मान्यता है कि यहां भगवान राम सुबह उठकर दातून किया करते थे, इसलिए इस कुंड को दंत धावन कुंड कहा जाता है. पिछले 125 वर्षों से दंत धनकुंड पर भूषण समाज की ओर से शरद पूर्णिमा के अवसर पर यह आयोजन किया जाता है. इस आयोजन में भव्य झांकी सजाई जाती है.

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मनमोहक झांकियां की गई प्रदर्शित

रविवार को शरद पूर्णिमा के दिन शाम 7 बजे कुंड में विशेष झांकी प्रदर्शित की गई. इसमें भगवान ब्रह्मा का जन्म नौका में, विष्णु और लक्ष्मी शयन की झांकिया प्रदर्शित की गईं. इस बार साकेत भूषण समाज ने सजावट की विशेष तैयारियां की थीं.

Intro:अयोध्या: शरद पूर्णिमा के दिन अयोध्या में शरद पूर्णमासी महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया. इस विशेष आयोजन को देखने के लिए भारी संख्या में दंत धावन कुंड पर लोग एकत्र हुए.
Body:माना जाता है कि भगवान राम सुबह उठकर दातून किया करते थे, इसलिए इसको दंत धावन कुंड कहा जाता है. पिछले 125 वर्षों से दंत धनकुंड पर भूषण समाज की ओर से शरद पूर्णिमा के अवसर पर यह आयोजन किया जाता है, जिसमें भव्य झांकी सजाई जाती है. आज रविवार यानी शरद पूर्णिमा के दिन शाम 7:00 बजे कुंड में विशेष झांकी प्रदर्शित की गई. जिसमें भगवान ब्रह्मा का जन्म दर्शाया गया. इस बार साकेत भूषण समाज ने सजावट की विशेष तैयारियां की थी. कुंड में झांकी मनमोहक थी.Conclusion:विशेष रूप से सजाए गए कुंड की सुंदरता देखते नौका में विष्णु और लक्ष्मी शयन करते हैं. शरद एकादशी के अवसर पर दंत धावन कुंड क्षीर सागर की तरह सजाया गया. इस मनोरम दृश्य को देखने के लिए रविवार को दंत धनकुंड पर लोगों की भारी भीड़ एकत्र हुई.
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