अयोध्या: रामलला के मंदिर निर्माण को लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने टिप्पणी की है, जिसमें राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की आलोचना की गई है. पाक विदेश मंत्रालय ने अपने ट्वीट में लिखा है कि जहां एक ओर दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है. वहीं, आरएसएस और भाजपा गठबंधन हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ाने में लगा है. बाबरी मस्जिद स्थल पर एक मंदिर के निर्माण की शुरुआत इस दिशा में एक प्रयास है और पाकिस्तान सरकार इसकी कड़े शब्दों में निंदा करती है.
'पाकिस्तान का नामो निशान मिट जाएगा'
रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि भारत हर परिस्थितियों से लड़ने में सक्षम है. पाकिस्तान को अपने बारे में सोचना चाहिए. भारत के विषय में टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं है. पाकिस्तान हमेशा से ही हिंदू-मुस्लिम दंगे कराता रहा है. वह दिन दूर नहीं जब पाकिस्तान का नामो निशान मिट जाएगा. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक किया जा रहा है. भारत को पाकिस्तान को इसका मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए.
'पाकिस्तान को घर में घुस के मारेंगे'
अयोध्या की सिद्धि पीठ हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि पाकिस्तान को भारत के बारे में सोचना छोड़ देना चाहिए. पाकिस्तान की ओर से राम मंदिर मुद्दे को लेकर मुस्लिम भाइयों को भड़काने का असफल प्रयास किया जा रहा है. यह बात पाकिस्तान के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है. भारत के मुसलमान हिंदुओं के साथ मिलकर चलना जानते हैं. उन्हें भारत की संस्कृति का अच्छी तरह ज्ञान है. उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि भारत के बारे में सोचना छोड़ दे नहीं तो घर में घुसकर मारा जाएगा.
'भारत के आंतरिक मामलों में दखल न दे पाकिस्तान'
तपस्वी जी की छावनी के पूर्व पीठाधीश्वर परमहंस दास ने कहा है कि आज पाकिस्तान में रोटी के लाले पड़े हैं. इसके बावजूद गलत बयानी से वह बाज नहीं आ रहा है. भारत संविधान से चलता है, आतंकवाद से नहीं. परमहंस दास ने पाकिस्तान को आगाह किया कि अब उसे संभल जाना चाहिए. अगर पाकिस्तान ने खुद में सुधार नहीं किया तो वह दुनिया के नक्शे से समाप्त हो जाएगा. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों में दख़लंदाज़ी करने की आवश्यकता नहीं है.