अयोध्याः राम नगरी में राम जन्मभूमि परिसर में रामलला को उनका हक दिलाने में बेहद अहम भूमिका निभाने वाले रामलला के बाल सखा त्रिलोकी नाथ पांडेय अब इस दुनिया में नहीं रहे. लंबे समय बीमार चल रहे त्रिलोकी नाथ पांडेय शुक्रवार की शाम को लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अंतिम सांस ली. त्रिलोकी नाथ ने करीब तीन दशक तक न्यायालय में रामलला के बाल सखा मित्र के रूप में उनकी पैरवी की और वर्ष 2019 में उन्हें उनका हक दिलाया. त्रिलोकी नाथ पांडे के निधन पर विश्व हिंदू परिषद ने अपनी शोक संवेदना जाहिर की है.
विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि सन 1992 में ठाकुर प्रसाद के अस्वस्थ होने के बाद त्रिलोकी नाथ पांडेय ने बाल सखा के रूप में न्यायालय में रामलला का पक्ष रखना शुरू किया. वर्ष 2019 तक उन्होंने इस मुकदमे की पैरवी की और रामलला को उनका अधिकार दिलाया. शरद शर्मा ने कहा कि त्रिलोकी नाथ के निधन पर विश्व हिंदू परिषद शोक संतप्त है.
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शरद शर्मा ने बताया कि दिवंगत त्रिलोकी नाथ पांडेय बेहद मिलनसार प्रकृति के व्यक्ति थे. आम कार्यकर्ताओं के बीच काफी लोकप्रिय रहे हैं. बीते कुछ दिनों से उनका स्वास्थ्य खराब था. त्रिलोकी नाथ पांडे को सांस लेने में समस्या और सीने में दर्द की शिकायत थी. जिसकी वजह से काफी दिनों से वह अस्पताल में भर्ती थे. उनके निधन विश्व हिंदू परिषद के लिए अपूरणीय क्षति है.