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राम मंदिर जमीन विवाद में नया मोड़, 8 करोड़ में एक और जमीन का हुआ सौदा - जमीन का सौदा

राम जन्म भूमि ट्रस्ट को बेची गई जमीन के संबंध में गुरुवार को एक और नया खुलासा हुआ है. आरोप है कि ट्रस्ट की तरफ से विवाद वाले दिन एक और जमीन की डील की गई, जिसमें 8 करोड़ रुपए भुगतान किए गए.

land scam in ram mandir
राम मंदिर जमीन घोटाला
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Published : Jun 17, 2021, 8:05 PM IST

अयोध्या : राम मंदिर जमीन विवाद का मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. अब इस मामले में एक नया मोड़ सामने आया है. आरोप है कि जिस दिन साढ़े 18 करोड़ रुपए वाली जमीन की डील हुई थी, उसी दिन गाटा संख्या 242 में ही हरीश पाठक और कुसुम पाठक ने 1.037 हेक्टेयर जमीन की रजिस्ट्री श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय के पक्ष में की थी. इस जमीन की कीमत 8 करोड़ आरटीजीएस के जरिए विक्रेता के खाते में जमा की गई है. इस बैनामें के लेख पत्र की एक तस्वीर सामने आने के बाद मामले का खुलासा हुआ है.



सरकारी अभिलेखों में दर्ज भूमि गाटा संख्या 242 में एक रकबे को हरीश पाठक और उनकी पत्नी कुसुम पाठक ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पक्ष में 18 मार्च को बैनामा किया है. इस जमीन की कीमत श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 8 करोड़ रुपए आरटीजीएस के माध्यम से जमीन के मालिक हरीश पाठक और कुसुम पाठक के खाते में जमा की है. जो जमीन ट्रस्ट को बेची गई है, उसका क्षेत्रफल 80 बिस्वा बताया जा रहा है. दिलचस्प बात यह है की खरीद-फरोख्त भी 18 मार्च 2021 को ही हुई है. इस जमीन की मालियत चार करोड़ 97 लाख 76 हजार रुपये है, जबकि इसकी खरीद-फरोख्त के लिए 56 लाख रुपए स्टांप ड्यूटी अदा की गई है.

बैनामें का लेख पत्र
बैनामें का लेख पत्र
विवादों से घिरी रही है ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई जमीन
जिन जमीनों का सौदा जमीन के मालिक हरीश पाठक और कुसुम पाठक ने प्रॉपर्टी डीलर सुल्तान अंसारी रवी मोहन तिवारी और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के साथ किया है. इन जमीनों पर किए गए सौदे पर साल 2019 तक कुल 9 मुकदमे दर्ज हो चुके थे और 11 वर्षों से जमीनों का खारिज दाखिल भी नहीं हो पा रहा था, जिसके कारण कई बार इन जमीनों पर किए गए एग्रीमेंट कैंसिल करने पड़े थे.

इसे भी पढ़ें- राम मंदिर जमीन घोटाला : पवन पांडे का एक और आरोप, कई अधिकारी और नेता भी शामिल




'1.037 हेक्टेयर ​जमीन की कीमत 8 करोड़ कैसे'

18 मार्च 21 को ही हरीश पाठक और उनकी पत्नी कुसुम पाठक ने 18 मार्च, 2021 को भूमि गाटा संख्या 242, 243, 244 और 246 को 1.208 हेक्टेयर जमीन पूर्व में किए गए एग्रीमेंट के आधार पर प्रॉपर्टी डीलर सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी को दो करोड़ रुपए में बैनामा की थी. जो करीब 100 बिस्वा बताई जा रही है. वहीं इसी जमीन के गाट नंबर 242 के एक और रकबे को जमीन के मालिक हरीश पाठक और उनकी पत्नी कुसुम पाठक में 18 मार्च 2021 को ही 8 करोड़ रुपए में बेचा है.

उठ रहे सवाल

आखिर क्यों 100 बिसवा जमीन 18 करोड़ 50 लाख में ली गई और 80 बिसवा जमीन उसी स्थल से सटी हुई मात्र आठ करोड़ में ली गयी? जबकि दोनों भूमि कुसुम पाठक और हरीश पाठक की ही थी. हालांकि अभी इस मामले में भी कई तथ्य सामने आने बाकी है.

इसे भी पढ़ें- राम मंदिर का विरोध करने वाले जमीन की खरीद पर उठा रहे सवाल : आदेश गुप्ता

अयोध्या : राम मंदिर जमीन विवाद का मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. अब इस मामले में एक नया मोड़ सामने आया है. आरोप है कि जिस दिन साढ़े 18 करोड़ रुपए वाली जमीन की डील हुई थी, उसी दिन गाटा संख्या 242 में ही हरीश पाठक और कुसुम पाठक ने 1.037 हेक्टेयर जमीन की रजिस्ट्री श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय के पक्ष में की थी. इस जमीन की कीमत 8 करोड़ आरटीजीएस के जरिए विक्रेता के खाते में जमा की गई है. इस बैनामें के लेख पत्र की एक तस्वीर सामने आने के बाद मामले का खुलासा हुआ है.



सरकारी अभिलेखों में दर्ज भूमि गाटा संख्या 242 में एक रकबे को हरीश पाठक और उनकी पत्नी कुसुम पाठक ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पक्ष में 18 मार्च को बैनामा किया है. इस जमीन की कीमत श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 8 करोड़ रुपए आरटीजीएस के माध्यम से जमीन के मालिक हरीश पाठक और कुसुम पाठक के खाते में जमा की है. जो जमीन ट्रस्ट को बेची गई है, उसका क्षेत्रफल 80 बिस्वा बताया जा रहा है. दिलचस्प बात यह है की खरीद-फरोख्त भी 18 मार्च 2021 को ही हुई है. इस जमीन की मालियत चार करोड़ 97 लाख 76 हजार रुपये है, जबकि इसकी खरीद-फरोख्त के लिए 56 लाख रुपए स्टांप ड्यूटी अदा की गई है.

बैनामें का लेख पत्र
बैनामें का लेख पत्र
विवादों से घिरी रही है ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई जमीनजिन जमीनों का सौदा जमीन के मालिक हरीश पाठक और कुसुम पाठक ने प्रॉपर्टी डीलर सुल्तान अंसारी रवी मोहन तिवारी और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के साथ किया है. इन जमीनों पर किए गए सौदे पर साल 2019 तक कुल 9 मुकदमे दर्ज हो चुके थे और 11 वर्षों से जमीनों का खारिज दाखिल भी नहीं हो पा रहा था, जिसके कारण कई बार इन जमीनों पर किए गए एग्रीमेंट कैंसिल करने पड़े थे.

इसे भी पढ़ें- राम मंदिर जमीन घोटाला : पवन पांडे का एक और आरोप, कई अधिकारी और नेता भी शामिल




'1.037 हेक्टेयर ​जमीन की कीमत 8 करोड़ कैसे'

18 मार्च 21 को ही हरीश पाठक और उनकी पत्नी कुसुम पाठक ने 18 मार्च, 2021 को भूमि गाटा संख्या 242, 243, 244 और 246 को 1.208 हेक्टेयर जमीन पूर्व में किए गए एग्रीमेंट के आधार पर प्रॉपर्टी डीलर सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी को दो करोड़ रुपए में बैनामा की थी. जो करीब 100 बिस्वा बताई जा रही है. वहीं इसी जमीन के गाट नंबर 242 के एक और रकबे को जमीन के मालिक हरीश पाठक और उनकी पत्नी कुसुम पाठक में 18 मार्च 2021 को ही 8 करोड़ रुपए में बेचा है.

उठ रहे सवाल

आखिर क्यों 100 बिसवा जमीन 18 करोड़ 50 लाख में ली गई और 80 बिसवा जमीन उसी स्थल से सटी हुई मात्र आठ करोड़ में ली गयी? जबकि दोनों भूमि कुसुम पाठक और हरीश पाठक की ही थी. हालांकि अभी इस मामले में भी कई तथ्य सामने आने बाकी है.

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