अयोध्या: रामनगरी में दीपावली की भव्यता के बाद अब राम मंदिर निर्माण कार्य में तेजी आने जा रही है, अगले सप्ताह से इसका आरम्भ होने जा रहा है. विशेष सूत्रों की माने तो 23 नवंबर से श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए 1200 पिलर बनाए जाने के काम की शुरुआत हो सकती है.
टेस्ट पाइलिंग की रिपोर्ट आने का इंतजार
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा के अनुसार टेस्ट पाइलिंग की रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है. आईआईटी चेन्नई टेस्ट पाइलिंग की रिपोर्ट राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और राम मंदिर निर्माण समिति को जल्द ही सौंपने वाली है.
मजबूत नींव के लिए होगा कार्य प्रारंभ
इसके बाद राममंदिर निर्माण के लिए एक हजार से ज्यादा टिकने वाले मजबूत नींव के लिए कार्य प्रारंभ हो जाएगा. इन सबमें सबसे प्रमुख वह पांच एजेंसियां राम मंदिर निर्माण में कार्य करेंगी, जिनको देश में निर्माण कार्य में एक बड़ा और अच्छा अनुभव है.
यह कंपनी निर्माण कार्य में करेगी सहयोग
लार्सन एंड टूब्रो के साथ टाटा कंसल्टेंसी कंपनी राममंदिर निर्माण कार्य में सहयोग करेगी. दोनों कंपनियों को निर्माण कार्य का बहुत अच्छा अनुभव है. इसके अलावा आईआईटी चेन्नई और आईआईटी रुड़की भी राम मंदिर निर्माण कार्य में सहयोग करेगी. दोनों आईआईटी मिलकर राम मंदिर निर्माण के लिए किस तरीके के मटेरियल का प्रयोग होना है, उन मटेरियल को तय करेंगे.
सीबी सोमपुरा ने तैयार किया है मॉडल
इसके अलावा पांचवी एजेंसी सीबी सोमपुरा है. सीवी सोमपुरा ने राम मंदिर निर्माण के लिए राम मंदिर मॉडल तैयार किया है. सीवी सोमपुरा की देखरेख में पत्थरों को तराशने और मंदिर निर्माण का कार्य किया जाएगा. बता दें कि 39 महीने यानी वर्ष 2024 से पहले राम मंदिर निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा.
वर्ष 2021 के जुलाई महीने तक राम मंदिर के 1200 पिलर जो नींव के रूप में रहेंगे, उनका निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा. राम मंदिर निर्माण में नींव का कार्य पूरा होते ही पत्थरों के कार्य आरंभ होंगे और उसके बाद रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे.