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डॉ. राम विलास वेदांती बोले- मंदिर आंदोलन में 25 बार गिरफ्तारी, अब सपना साकार हुआ तो यातना भी भूल गए

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir 2024 ) की तैयारियां जोरों पर हैं. राम मंदिर के लिए काफी संख्या में रामभक्तों ने आंदोलन किया. डॉ. राम विलास वेदांती इस आंदोलन के प्रमुखों संतों में से एक रहे हैं. ईटीवी भारत के यूपी ब्यूरो प्रभारी आलोक त्रिपाठी ने उनसे खास बातचीत की. पेश है रिपोर्ट...

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 11, 2024, 1:22 PM IST

ईटीवी भारत ने डॉ. राम विलास वेदांती से खास बातचीत की.

अयोध्या : अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसी के साथ राम मंदिर का भी शुभारंभ हो जाएगा. मंदिर के लिए कई वर्षों तक रामभक्तों ने आंदोलन चलाया. अब यह सपना साकार होने से रामभक्त काफी उत्साहित हैं. इसी के साथ राम मंदिर आंदोलन से जुड़ी कई यादें भी ताजा होने लगी हैं. ईटीवी भारत ने इस मुद्दे पर राम जन्मभूमि आंदोलन के अगुवा संत रहे डॉ. राम विलास वेदांती से खास बातचीत. उन्होंने बताया कि हिंदुओं में जागृति तो सन 1984 में ही आ गई थी, जब राम-जानकी रथ चला था. देश में हिंदू जागरण का अभियान हमारे संतों ने चलाया था. महंत अवैद्यनाथ की अगुवाई में हम सब लोगों ने जो अथक परिश्रम किया था, उसी का परिणाम आज राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण से रूप में दिखाई दे रहा है. हम सब लोगों ने इसके लिए अथक परिश्रम किया. देश-विदेश का दौरा किया. 25 बार गिरफ्तारी हुई. अयोध्या में जब भी कोई कार्यक्रम होता था तो सबसे पहले हमें जेल भेजा जाता था. आज जब रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है तो वह यातना भूल गई है. आज जो होने जा रहा है, उसकी कल्पना किसी को नहीं थी.

ईटीवी भारत ने डॉ. राम विलास वेदांती से खास बातचीत की.

प्रश्न : चूंकि आप राजनीति में भी रहे हैं. पूर्व सांसद हैं, इसलिए हम आपसे एक राजनीतिक सवाल का जवाब भी जानना चाहेंगे. देश के सभी विपक्षी दल भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर उसे सत्ता से बेदखल करना चाहते हैं. आप इस पर क्या सोचते हैं?

उत्तर : देश की जनता भाजपा और मोदी जी के साथ है. देश आतंकवाद को चुनता है या राष्ट्रवाद को चुनता है. आपने देखा होगा कि जब इजराइल और हमास का युद्ध प्रारंभ हुआ तो कांग्रेस ने अपनी पार्टी की बैठक कर निर्णय किया कि उसे आतंकवादियों का समर्थन करना है. सभी विपक्षी दलों ने हमास का समर्थन किया. केवल भाजपा इजराइल के साथ खड़ी हुई. भाजपा राष्ट्रवाद पर विश्वास करती है. जो मोदी जी ने किया है, वह अब तक कोई प्रधानमंत्री नहीं कर पाया है.

प्रश्न : क्या आपको लगता है कि आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा की सरकार वापसी कर पाएगी?

उत्तर : देखिए, हम लोगों ने देश का दौरा करने के बाद जो चार्ट तैयार किया है, उसके अनुसार इस चुनाव में 400 के पार सीटें भाजपा गठबंधन को मिलेंगी. जनता का विश्वास मोदी सरकार के साथ है. भाजपा फिर से मोदी को प्रधानमंत्री बनाएगी और इसके बाद जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू होगा. तीसरी बार मोदी के पीएम बनने के बाद समान नागरिक संहिता लागू होगी. मुझे पूरा विश्वास है कि जल्दी ही भारत को राम राज्य घोषित कर दिया जाएगा. इसकी कल्पना महात्मा गांधी ने की थी. कांग्रेस गांधी जी की बात नहीं मानती है, लेकिन भाजपा गांधी का सपना साकार करेगी.

यह भी पढ़ें : महारानी कैकेयी ने माता सीता को उपहार में दिया था खूबसूरत कनक भवन, आज भी सुनाई देती पायल की आवाज

ईटीवी भारत ने डॉ. राम विलास वेदांती से खास बातचीत की.

अयोध्या : अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसी के साथ राम मंदिर का भी शुभारंभ हो जाएगा. मंदिर के लिए कई वर्षों तक रामभक्तों ने आंदोलन चलाया. अब यह सपना साकार होने से रामभक्त काफी उत्साहित हैं. इसी के साथ राम मंदिर आंदोलन से जुड़ी कई यादें भी ताजा होने लगी हैं. ईटीवी भारत ने इस मुद्दे पर राम जन्मभूमि आंदोलन के अगुवा संत रहे डॉ. राम विलास वेदांती से खास बातचीत. उन्होंने बताया कि हिंदुओं में जागृति तो सन 1984 में ही आ गई थी, जब राम-जानकी रथ चला था. देश में हिंदू जागरण का अभियान हमारे संतों ने चलाया था. महंत अवैद्यनाथ की अगुवाई में हम सब लोगों ने जो अथक परिश्रम किया था, उसी का परिणाम आज राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण से रूप में दिखाई दे रहा है. हम सब लोगों ने इसके लिए अथक परिश्रम किया. देश-विदेश का दौरा किया. 25 बार गिरफ्तारी हुई. अयोध्या में जब भी कोई कार्यक्रम होता था तो सबसे पहले हमें जेल भेजा जाता था. आज जब रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है तो वह यातना भूल गई है. आज जो होने जा रहा है, उसकी कल्पना किसी को नहीं थी.

ईटीवी भारत ने डॉ. राम विलास वेदांती से खास बातचीत की.

प्रश्न : चूंकि आप राजनीति में भी रहे हैं. पूर्व सांसद हैं, इसलिए हम आपसे एक राजनीतिक सवाल का जवाब भी जानना चाहेंगे. देश के सभी विपक्षी दल भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर उसे सत्ता से बेदखल करना चाहते हैं. आप इस पर क्या सोचते हैं?

उत्तर : देश की जनता भाजपा और मोदी जी के साथ है. देश आतंकवाद को चुनता है या राष्ट्रवाद को चुनता है. आपने देखा होगा कि जब इजराइल और हमास का युद्ध प्रारंभ हुआ तो कांग्रेस ने अपनी पार्टी की बैठक कर निर्णय किया कि उसे आतंकवादियों का समर्थन करना है. सभी विपक्षी दलों ने हमास का समर्थन किया. केवल भाजपा इजराइल के साथ खड़ी हुई. भाजपा राष्ट्रवाद पर विश्वास करती है. जो मोदी जी ने किया है, वह अब तक कोई प्रधानमंत्री नहीं कर पाया है.

प्रश्न : क्या आपको लगता है कि आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा की सरकार वापसी कर पाएगी?

उत्तर : देखिए, हम लोगों ने देश का दौरा करने के बाद जो चार्ट तैयार किया है, उसके अनुसार इस चुनाव में 400 के पार सीटें भाजपा गठबंधन को मिलेंगी. जनता का विश्वास मोदी सरकार के साथ है. भाजपा फिर से मोदी को प्रधानमंत्री बनाएगी और इसके बाद जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू होगा. तीसरी बार मोदी के पीएम बनने के बाद समान नागरिक संहिता लागू होगी. मुझे पूरा विश्वास है कि जल्दी ही भारत को राम राज्य घोषित कर दिया जाएगा. इसकी कल्पना महात्मा गांधी ने की थी. कांग्रेस गांधी जी की बात नहीं मानती है, लेकिन भाजपा गांधी का सपना साकार करेगी.

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