अयोध्या: त्रेतायुग में जैसे भगवान श्रीराम बारात लेकर जनकपुर विवाह करने पहुंचे थे. उसी प्रकार एक बार फिर से कलयुग में भी राम अयोध्या से जनकपुर जाएंगे. अयोध्या से जनकपुर जाने वाली इस राम बारात में पूरी अयोध्या के लोग और साधु संत शामिल होंगे. बुधवार को निकाले जाने वाले इस बारात में भगवान राम के रथ के साथ भरत और शत्रुघ्न और बल्हा के रूप में लक्ष्मण शामिल होंगे. विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा ने ईटीवी से बातचीत के दौरान कहा कि यह एक सांस्कृतिक कार्यक्रम है, जो पिछले कई सालों से लगातार होता आ रहा है. यह हमारे धर्म का सनातन परंपरा का एक पहलू है, जिसे हर बार मनाया जाता है.
श्री राम बारात को इस बार भव्य रूप इसलिए भी दिया जा रहा है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट से राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद विश्व हिंदू परिषद इस कार्यक्रम के संयोजन में धर्म यात्रा महासंघ के साथ जुट गई है. अयोध्या से जनकपुर यानी नेपाल तक निकाले जाने वाली राम बारात में ज्यादा धूमधाम इसलिए भी होने की संभावना है, क्योंकि इसके लिए पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ समेत प्रमुख विशिष्ट जन और नेपाली राज परिवार के लोगों को भी बुलावा भेजा गया है.
बुधवार को निकलेगी श्री राम बारात
श्री राम विवाह आयोजन समिति के संयोजक और विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज के अनुसार बारात 21 नवंबर यानी बुधवार को कार सेवा पुरम से निकलेगी. विभिन्न पड़ाव से गुजरते हुए यह 28 नवंबर को जनकपुरी नेपाल पहुंचेगी. वहीं 29 नवंबर दशरथ मंदिर के प्रांगण में एक भव्य तिलक उत्सव होगा.
विधिपूर्वक हो विवाह
30 नवंबर को कन्या पूजन के अलावा मटकोर का आयोजन भी किया जाएगा. इस विवाह उत्सव से पहले रामलीला स्वरूप देते हुए धनुष यज्ञ का आयोजन भी किया जाएगा. फिर रात में विधि पूर्वक विवाह संपन्न होगा.
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108 बालिकाओं का होगा सामूहिक विवाह
2 दिसंबर को कलेवा का आयोजन किया गया है और इसी दौरान 108 निर्धन बालिकाओं का सामूहिक विवाह भी वहीं पर कराया जाएगा. ये सभी कार्यक्रम नेपाल में जनकपुर क्षेत्र में होंगे. 3 दिसंबर को जनकपुर से बारात वापस अयोध्या आ जाएगी.