अयोध्याः मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या में 23 अक्टूबर को दीपोत्सव 2022 कार्यक्रम आयोजित होना है. कार्यक्रम को लेकर तैयारियां अब लगभग अंतिम चरण में हैं. 23 अक्टूबर को आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में सबसे पहला कार्यक्रम भगवान राम की भव्य शोभायात्रा के लिए संस्कृति और पर्यटन विभाग के सौजन्य से 16 रथ तैयार किए जा रहे हैं. इस बार इन रथों में भगवान रामलला के मंदिर का मॉडल और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की झलक भी दिखाई देगी.
दीपोत्सव में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रामायण कालीन शिक्षा पर आधारित सामाजिक संदेश लिए हुए नगर भ्रमण करने वाली झांकियां होती हैं. इसमें विभिन्न कलाकार एक एक प्रसंग पर 11 रथ पर सवार होते हैं, जो अपनी कलाकारी प्रदर्शित करते हुए रामायण कालीन दृश्यों को जीवंत करते रहते हैं. इसके अलावा पूरे देश के विभिन्न डांस कलाकार रथ के आसपास नृत्य करते हुए चलते हैं. दीपोत्सव में शोभायात्रा आम जनमानस श्रद्धालु सभी के लिए आकर्षण का केंद्र होती है, क्योंकि कुशल कलाकार अपनी अपनी विधा में प्रदर्शन करते हुए शोभायात्रा में शामिल होते हैं.
इस बार शोभायात्रा में 16 रथ शामिल होंगे, जिसमें 11 रथ सूचना विभाग और पांच रथ पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के द्वारा तैयार कराया जा रहा है. इस बार 11 खुली ट्रकों पर झांकियां निकाली जाएंगी, जो रामायण कालीन दृश्यों पर आधारित होंगी, जिसमें भगवान राम के जन्म से लेकर राम राज्याभिषेक तक के प्रसंग रहेंगे. इसके अलावा बन रहे हैं राम मंदिर का मॉडल और 2047 अयोध्या के विजन जिसमें अयोध्या के विकास का मॉडल पेश किया गया है उस पर आधारित भी झांकी आकर्षण का केंद्र होगी.
अयोध्या शोध संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी राम तीरथ ने बताया कि इस बार छठवां दीपोत्सव मनाया जाना है. इस बार पहले से भव्य और व्यापक तरीके से दीपोत्सव मनाए जाने की तैयारी है. कई राज्य के कलाकारों को शोभायात्रा में सहभागिता करने का अवसर मिलेगा. शोभायात्रा साकेत महाविद्यालय से सुबह 9:00 बजे निकलेगी जो 1:00 बजे दीपोत्सव स्थल पहुंचेगी.
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