अयोध्याः सुप्रीम कोर्ट आज अयोध्या भूमि विवाद पर अपना फैसला सुनाने जा रहा है. महंत परमहंस दास के समाधि स्थल पर मौजूद पुजारी सरयू दास जी महाराज कहते हैं कि श्री राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष स्वर्गीय परमहंस रामचंद्र दास की आत्मा को भी आज इस फैसले का बेसब्री से इंतजार होगा. पुजारी सरयू दास के मुताबिक इस वक्त महंत परमहंस दास अपने शारीरिक रूप में नहीं हैं, भौतिक रूप में नहीं हैं, लेकिन देह त्याग के बाद भी उन्हें निश्चित तौर पर फैसले का इंतजार होगा. वे पूरी जिंदगी कहते थे कि वो समाधि ले लेंगे फिर भी अयोध्या से बैकुंठ धाम को तभी जाएंगे जब भगवान श्रीराम का मंदिर देख लेंगे.
समाधि स्थल पर मौजूद पुजारी सरयू दास जी महाराज से उनके बारे में जानकारी की सरयू दास जी महाराज ने कहा कि वह वैदेही थे. उन्हें अपनी चिंता नहीं थी, जैसे महाराजा दशरथ थे. महंत परमहंस दास का सिर्फ एक सपना था कि राम जन्मभूमि में मंदिर बने निर्माण हो और आज वह घड़ी आ गई है. जिसके लिए उन्होंने पूरी जिंदगी तपस्या की और समाधि ली. हम सभी को उसका इंतजार है