अयोध्या: श्री राम जन्मभूमि मामले में जैसे-जैसे सुप्रीम कोर्ट अपनी प्रक्रिया के तहत एक कदम आगे बढ़ा करके फैसला देने की ओर अग्रसर है. वहीं दूसरी ओर पक्षकारों में और संतों में बहस बढ़ती जा रही है. इस बार पक्षकार हाजी महबूब की ओर से एक स्टिंग ऑपरेशन में इस बात को स्वीकार किया गया कि 6 दिसंबर को जो बम फटा, वह उन्होंने ही कराया था. साथ ही कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय उनके खिलाफ आता है तो हम हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठेंगे.
परमहंस दास ने हाजी महबूब पर देशद्रोह मुकदमे की कही बात
इस वीडियो के बाद अब तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर परमहंस दास ने उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की बात कही. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान उन्होंने बताया यदि कोई व्यक्ति किसी चैनल पर स्टिंग ऑपरेशन में सुप्रीम कोर्ट की बात नहीं मानेगा, ऐसा कहता हुआ पाया जाता है, तो निश्चित तौर पर उसके ऊपर देशों का मुकदमा ही होना चाहिए. उससे बेहतर यह बड़ा हो तो भी उसकी सजा कम मानी जाएगी, हम यहां पर सुप्रीम कोर्ट की वजह से शांत बैठे हैं, किसी पर्सनल लॉ बोर्ड का कानून नहीं चलने देंगे.
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हाजी महबूब की बढ़ी मुश्किलें
तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर परमहंस दास ने गुरुवार को एक लिखित तहरीर देते हुए इन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने की बात कही. तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर ने इस मामले में साफ तौर पर कह दिया है कि जो सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को नहीं मानेगा, निश्चित तौर पर उस पर देशद्रोह से बड़ा कोई केस हो तो दर्ज कर उसे कठोर सजा देनी चाहिए. क्योंकि यह देश लोकतांत्रिक है, यहां पर एक संविधान, एक देश और एक ही विधान चलेगा.
परमहंस दास ने कहा कि किसी भी प्रकार से इस देश में शरिया कानून और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का कानून नहीं चलने देंगे, अब हाजी महबूब की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं, उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने की तहरीर दी जा चुकी है.