अयोध्या: आगामी 11 नवंबर को धर्म नगरी अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम की तैयारियां अंतिम चरण में है. दीपोत्सव का कार्यक्रम तीन चरणों में संपन्न होगा. पहले चरण में साकेत महाविद्यालय से लेकर रामपथ राम कथा पार्क तक शोभायात्रा निकाली जाएगी. इसके बाद राम कथा पार्क में बनाए गए राज्याभिषेक मंच पर सीएम योगी और राज्यपाल सहित विशेष आमंत्रित सदस्य भगवान राम का राजतिलक करेंगे. इसके बाद देर शाम सूरज ढलने के बाद सरयू तट के किनारे स्थित राम की पैड़ी पर दीपोत्सव का कार्यक्रम होगा. इन तीनों कार्यक्रमों को भव्य रूप से संपन्न करने के लिए प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के अलग-अलग विभाग 24 घंटे काम कर रहे हैं.
बढ़ाई गई है घाटों की संख्या: नगर निगम के महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने बताया कि मुख्य दीपोत्सव स्थल राम की पैड़ी के पानी को खाली कर तलहटी में जमे रेत को निकाला जा रहा है. इसके अतिरिक्त पूरे परिसर में विद्युत की अंडरग्राउंड केबल डाला जा रहा है. राम की पैड़ी में प्रवेश के सभी मार्गों को चौड़ा किया जा रहा है. इसके अलावा इस बार दीपों की संख्या अधिक होने के चलते बढ़ाए गए घाटों पर विद्युतीकरण की योजना पर काम चल रहा है. उन्होंने बताया कि अयोध्या में दीपोत्सव के दिन जलने वाले दीपक भगवान राम के स्वागत में जलने वाले दीपक हैं. जिसकी कीर्ति दूर-दूर तक जाएगी. जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन प्रदेश सरकार के निर्देशन और नेतृत्व में 24 घंटे कार्य कर रहा है.
12 लाख से अधिक दीपक पहुंचे राम कथा संग्रहालय: महापौर ने बताया कि इस बार राम की पैड़ी परिसर में 21 लाख और पूरे जनपद में लगभग 24 लाख से अधिक दीपक जलाने का लक्ष्य रखा गया है. इतने बड़े पैमाने पर दीपक जलाने के लिए आयोजन से 10 दिन पहले ही अयोध्या में दीपक पहुंच चुके हैं. अयोध्या के राम कथा संग्रहालय में इन दीपकों को एकत्र किया गया है. अभी तक 12 लाख से अधिक दीपक पहुंच चुके हैं. शेष अन्य दीपक बनाने की प्रक्रिया चल रही है. बड़े पैमाने पर अयोध्या के कुम्हार को भी दीपक बनाने की जिम्मेदारी दी गई है. अयोध्या के राम कथा संग्रहालय के बेसमेंट में जो दीपक लाकर रख गए हैं. उनमें 30 एमएल तेल भरने की क्षमता है, जिन्हें दीपोत्सव के दिन जलाया जाएगा.