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अयोध्या में दीपोत्सव पर रामपथ के किनारे बने घर और दुकान एक रंग में नजर आएंगे

अयोध्या में रामपथ (Rampath in Ayodhya) पर बने सभी मकान और दुकान दीपोत्सव (All houses and shops in one color on Diwali) के दिन एक ही रंग और डिजाइन में नजर आएंगे. जिसको लेकर तेजी से किया जा रहा है.

अयोध्या में दीपोत्सव पर पीले रंग में मकान और दुकान
अयोध्या में दीपोत्सव पर पीले रंग में मकान और दुकान
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 1, 2023, 5:56 PM IST

रामपथ पर बने दुकान और मकान एक रंग डिजाइन में आएंगे नजर

अयोध्या: आगामी 11 नवंबर को धर्म नगरी अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम की तैयारियां अंतिम चरण में है. दीपोत्सव का कार्यक्रम तीन चरणों में संपन्न होगा. पहले चरण में साकेत महाविद्यालय से लेकर रामपथ राम कथा पार्क तक शोभायात्रा निकाली जाएगी. इसके बाद राम कथा पार्क में बनाए गए राज्याभिषेक मंच पर सीएम योगी और राज्यपाल सहित विशेष आमंत्रित सदस्य भगवान राम का राजतिलक करेंगे. इसके बाद देर शाम सूरज ढलने के बाद सरयू तट के किनारे स्थित राम की पैड़ी पर दीपोत्सव का कार्यक्रम होगा. इन तीनों कार्यक्रमों को भव्य रूप से संपन्न करने के लिए प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के अलग-अलग विभाग 24 घंटे काम कर रहे हैं.

रामपथ पर बने दुकान और मकान एक रंग डिजाइन में आएंगे नजर
रामपथ पर बने दुकान और मकान एक रंग डिजाइन में आएंगे नजर
रामपथ पर बने मकान और दुकाने एक रंग डिजाइन में: इस वर्ष का दीपोत्सव इसलिए भी बेहद खास है, क्योंकि अगले वर्ष जनवरी माह में भगवान राम अपने नूतन भवन में विराजमान हो जाएंगे. इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए हैं कि इस बार का दीपोत्सव बेहद खास और सबसे भव्य मनाया जाए. इसको लेकर 24 घंटे कार्यदाई संस्था काम कर रही है. इसके तहत अयोध्या में सड़क चौड़ीकरण करने के बाद सड़क के दोनों तरफ के भवनों को सजाने संवारने की है. इसके साथ ही रामपथ के किनारे बने सभी भवनों को पीले रंग में रंगा जा रहा है. इसके अलावा सभी भवनों पर एक तरह की डिजाइन बनाई गई है. नगर क्षेत्र में स्थित दुकानों के शटर पर श्री रामचरितमानस और भगवान राम से जुड़े हुए प्रतीक चिन्हों को प्रदर्शित किया गया है. जिसमें हनुमान जी के शस्त्र गदा का चित्र, भगवान राम के तीर धनुष इसके अलावा रामानंद संप्रदाय के प्रतीक चिह्न तिलक शंख सहित अन्य धार्मिक चित्रों को उतारा गया है.


बढ़ाई गई है घाटों की संख्या: नगर निगम के महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने बताया कि मुख्य दीपोत्सव स्थल राम की पैड़ी के पानी को खाली कर तलहटी में जमे रेत को निकाला जा रहा है. इसके अतिरिक्त पूरे परिसर में विद्युत की अंडरग्राउंड केबल डाला जा रहा है. राम की पैड़ी में प्रवेश के सभी मार्गों को चौड़ा किया जा रहा है. इसके अलावा इस बार दीपों की संख्या अधिक होने के चलते बढ़ाए गए घाटों पर विद्युतीकरण की योजना पर काम चल रहा है. उन्होंने बताया कि अयोध्या में दीपोत्सव के दिन जलने वाले दीपक भगवान राम के स्वागत में जलने वाले दीपक हैं. जिसकी कीर्ति दूर-दूर तक जाएगी. जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन प्रदेश सरकार के निर्देशन और नेतृत्व में 24 घंटे कार्य कर रहा है.


12 लाख से अधिक दीपक पहुंचे राम कथा संग्रहालय: महापौर ने बताया कि इस बार राम की पैड़ी परिसर में 21 लाख और पूरे जनपद में लगभग 24 लाख से अधिक दीपक जलाने का लक्ष्य रखा गया है. इतने बड़े पैमाने पर दीपक जलाने के लिए आयोजन से 10 दिन पहले ही अयोध्या में दीपक पहुंच चुके हैं. अयोध्या के राम कथा संग्रहालय में इन दीपकों को एकत्र किया गया है. अभी तक 12 लाख से अधिक दीपक पहुंच चुके हैं. शेष अन्य दीपक बनाने की प्रक्रिया चल रही है. बड़े पैमाने पर अयोध्या के कुम्हार को भी दीपक बनाने की जिम्मेदारी दी गई है. अयोध्या के राम कथा संग्रहालय के बेसमेंट में जो दीपक लाकर रख गए हैं. उनमें 30 एमएल तेल भरने की क्षमता है, जिन्हें दीपोत्सव के दिन जलाया जाएगा.




यह भी पढे़ं: दीपोत्सव के लिए फाइन आर्ट के 150 छात्र बना रहे दीपक, दीपों में दिखेगी राम मंदिर की आकृति

यह भी पढे़ं: दीपोत्सव कार्यक्रम में सीएम योगी देंगे नई अयोध्या का तोहफा, जानिए कितने एकड़ में बसाने की तैयारी

रामपथ पर बने दुकान और मकान एक रंग डिजाइन में आएंगे नजर

अयोध्या: आगामी 11 नवंबर को धर्म नगरी अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम की तैयारियां अंतिम चरण में है. दीपोत्सव का कार्यक्रम तीन चरणों में संपन्न होगा. पहले चरण में साकेत महाविद्यालय से लेकर रामपथ राम कथा पार्क तक शोभायात्रा निकाली जाएगी. इसके बाद राम कथा पार्क में बनाए गए राज्याभिषेक मंच पर सीएम योगी और राज्यपाल सहित विशेष आमंत्रित सदस्य भगवान राम का राजतिलक करेंगे. इसके बाद देर शाम सूरज ढलने के बाद सरयू तट के किनारे स्थित राम की पैड़ी पर दीपोत्सव का कार्यक्रम होगा. इन तीनों कार्यक्रमों को भव्य रूप से संपन्न करने के लिए प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के अलग-अलग विभाग 24 घंटे काम कर रहे हैं.

रामपथ पर बने दुकान और मकान एक रंग डिजाइन में आएंगे नजर
रामपथ पर बने दुकान और मकान एक रंग डिजाइन में आएंगे नजर
रामपथ पर बने मकान और दुकाने एक रंग डिजाइन में: इस वर्ष का दीपोत्सव इसलिए भी बेहद खास है, क्योंकि अगले वर्ष जनवरी माह में भगवान राम अपने नूतन भवन में विराजमान हो जाएंगे. इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए हैं कि इस बार का दीपोत्सव बेहद खास और सबसे भव्य मनाया जाए. इसको लेकर 24 घंटे कार्यदाई संस्था काम कर रही है. इसके तहत अयोध्या में सड़क चौड़ीकरण करने के बाद सड़क के दोनों तरफ के भवनों को सजाने संवारने की है. इसके साथ ही रामपथ के किनारे बने सभी भवनों को पीले रंग में रंगा जा रहा है. इसके अलावा सभी भवनों पर एक तरह की डिजाइन बनाई गई है. नगर क्षेत्र में स्थित दुकानों के शटर पर श्री रामचरितमानस और भगवान राम से जुड़े हुए प्रतीक चिन्हों को प्रदर्शित किया गया है. जिसमें हनुमान जी के शस्त्र गदा का चित्र, भगवान राम के तीर धनुष इसके अलावा रामानंद संप्रदाय के प्रतीक चिह्न तिलक शंख सहित अन्य धार्मिक चित्रों को उतारा गया है.


बढ़ाई गई है घाटों की संख्या: नगर निगम के महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने बताया कि मुख्य दीपोत्सव स्थल राम की पैड़ी के पानी को खाली कर तलहटी में जमे रेत को निकाला जा रहा है. इसके अतिरिक्त पूरे परिसर में विद्युत की अंडरग्राउंड केबल डाला जा रहा है. राम की पैड़ी में प्रवेश के सभी मार्गों को चौड़ा किया जा रहा है. इसके अलावा इस बार दीपों की संख्या अधिक होने के चलते बढ़ाए गए घाटों पर विद्युतीकरण की योजना पर काम चल रहा है. उन्होंने बताया कि अयोध्या में दीपोत्सव के दिन जलने वाले दीपक भगवान राम के स्वागत में जलने वाले दीपक हैं. जिसकी कीर्ति दूर-दूर तक जाएगी. जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन प्रदेश सरकार के निर्देशन और नेतृत्व में 24 घंटे कार्य कर रहा है.


12 लाख से अधिक दीपक पहुंचे राम कथा संग्रहालय: महापौर ने बताया कि इस बार राम की पैड़ी परिसर में 21 लाख और पूरे जनपद में लगभग 24 लाख से अधिक दीपक जलाने का लक्ष्य रखा गया है. इतने बड़े पैमाने पर दीपक जलाने के लिए आयोजन से 10 दिन पहले ही अयोध्या में दीपक पहुंच चुके हैं. अयोध्या के राम कथा संग्रहालय में इन दीपकों को एकत्र किया गया है. अभी तक 12 लाख से अधिक दीपक पहुंच चुके हैं. शेष अन्य दीपक बनाने की प्रक्रिया चल रही है. बड़े पैमाने पर अयोध्या के कुम्हार को भी दीपक बनाने की जिम्मेदारी दी गई है. अयोध्या के राम कथा संग्रहालय के बेसमेंट में जो दीपक लाकर रख गए हैं. उनमें 30 एमएल तेल भरने की क्षमता है, जिन्हें दीपोत्सव के दिन जलाया जाएगा.




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