अयोध्या: रामनगरी अयोध्या में बुधवार से शुरू हो रहे तीन दिवसीय दीपोत्सव कार्यक्रम के मद्देनजर स्थानीय पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था चुस्त दुरुस्त कर दी है. शासन की मंशा के अनुरूप कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 11 नवम्बर की शाम से रामनगरी में बाहरी लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित होगा. सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने यातायात गाइड लाइन जारी कर दी है. इतना ही नहीं आतंकी खतरे के मद्देनजर एटीएस की निगहबानी भी पूरे आयोजन पर रहेगी. यातायात संबंधी यह प्रतिबंध 13 नवंबर को दीपोत्सव की समाप्ति तक लागू रहेगा.
13 रास्तों पर लगाए जाएंगे सुरक्षा बैरिकेड
डीआईजी/एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि 11 नवम्बर की शाम से ही पुलिस प्रशासन रूट डायवर्जन करेगा. अन्य जिलों से आने वाले वाहनों को दूसरे रास्तों से मोड़कर गंतव्य के लिए भेजा जाएगा. अयोध्या धाम शहर के 13 एंट्री पॉइंट पर बैरिकेडिंग लगाई जाएगी, जिससे कोई भी बाहरी व्यक्ति अयोध्या में प्रवेश न कर सके. आतंकवादी गतिविधियों को लेकर भी अयोध्या में एटीएस को तैनात किया जा रहा है, ताकि किसी भी आतंकी गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके.
सीएम और राज्यपाल सहित अन्य वीआईपी की सुरक्षा को लेकर गंभीर है प्रशासन
डीआईजी/एसएसपी दीपक कुमार ने कहा कि दीपोत्सव के दौरान सुरक्षा को लेकर हम सतर्क हैं. होटल धर्मशालाओ को चेक किया जा रहा है कि कहीं कोई बाहरी व्यक्ति तो ठहरा नहीं है. उन्होंने बताया कि 13 नवंबर को दीपोत्सव की समाप्ति तक यह प्रतिबंध लागू रहेगा. 13 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अयोध्या में होगे. जिससे उनकी सुरक्षा महत्वपूर्ण मानी जा रही है.