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राम मंदिर निर्माण को लेकर पंचों के साथ बनाएंगे रणनीति: निर्मोही अखाड़ा

अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से फैसला आने के बाद निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेन्द्र दास ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि निर्मोही अखाड़ा के पंच इस मामले पर चर्चा कर रणनीति बनाएंगे. इसके साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत भी किया है.

महंत दिनेन्द्र दास
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Published : Nov 9, 2019, 1:17 PM IST

अयोध्या: सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद निर्मोही अखाड़े के महंत दिनेन्द्र दास ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण को लेकर निर्मोही अखाड़े की क्या रणनीति होगी, उसे हम सभी पंच आपस में बातचीत करके तय करेंगे.

निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेन्द्र दास से खास बातचीत.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से चाहे जो निर्णय आया, वह हमारी ओर से स्वागत योग्य है और वह हमें मान्य है. उन्होंने कहा कि भविष्य में पंच जो भी निर्णय लेंगे वह स्वागत योग्य होगा. वहीं मंदिर निर्माण को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा ट्रस्ट बनाकर नियम बनाने की बात को लेकर उन्होंने कहा कि अखाड़ा एक पंचायती का स्थान था. भविष्य में जो पंच लोग हम निर्णय लेंगे उस पर हम बाद में रणनीति बनाएंगे. सुप्रीम कोर्ट का जो भी निर्णय है वह हमारे लिए स्वागत योग्य है. देश में सद्भावना और प्रेम बना रहना चाहिए.

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आया, उसमें निर्मोही अखाड़ा का मुख्य दावा रामलला विराजमान की जमीन का था. इसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया और पूरी जमीन रामजन्मभूमि न्यास को दे दी है. अब आगे मंदिर निर्माण कराए जाने को लेकर निर्मोही अखाड़ा सभी पंचों के बीच भविष्य में चर्चा करके बनाने की बात कही है.

अयोध्या: सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद निर्मोही अखाड़े के महंत दिनेन्द्र दास ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण को लेकर निर्मोही अखाड़े की क्या रणनीति होगी, उसे हम सभी पंच आपस में बातचीत करके तय करेंगे.

निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेन्द्र दास से खास बातचीत.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से चाहे जो निर्णय आया, वह हमारी ओर से स्वागत योग्य है और वह हमें मान्य है. उन्होंने कहा कि भविष्य में पंच जो भी निर्णय लेंगे वह स्वागत योग्य होगा. वहीं मंदिर निर्माण को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा ट्रस्ट बनाकर नियम बनाने की बात को लेकर उन्होंने कहा कि अखाड़ा एक पंचायती का स्थान था. भविष्य में जो पंच लोग हम निर्णय लेंगे उस पर हम बाद में रणनीति बनाएंगे. सुप्रीम कोर्ट का जो भी निर्णय है वह हमारे लिए स्वागत योग्य है. देश में सद्भावना और प्रेम बना रहना चाहिए.

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आया, उसमें निर्मोही अखाड़ा का मुख्य दावा रामलला विराजमान की जमीन का था. इसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया और पूरी जमीन रामजन्मभूमि न्यास को दे दी है. अब आगे मंदिर निर्माण कराए जाने को लेकर निर्मोही अखाड़ा सभी पंचों के बीच भविष्य में चर्चा करके बनाने की बात कही है.

Intro:एंकर
लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद निर्मोही अखाड़े के महंत देवेंद्र दास महाराज ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि आगे की मंदिर निर्माण को लेकर निर्मोही अखाड़े की क्या रणनीति होगी उसको लेकर हम सभी पंच आपस में बातचीत करके तय करेंगे।



Body:दिनेन्द्र दास महाराज, महंत निर्मोही अखाड़ा

सुप्रीम कोर्ट से चाहे जो निर्णय आया है वह हमारी ओर से स्वागत योग्य राम जी विराजमान थे उसकी पूजा पाठ हो रही थी वह हमें मान है स्वागत योग्य भविष्य में जो पंच निर्णय लेंगे, वह देखेंगे मंदिर निर्माण को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा ट्रस्ट बनाकर नियम बनाने की बात को लेकर कहा कि अखाड़ा एक पंचायती का स्थान था भविष्य में जो पंच लोग हम निर्णय लेंगे उस पर हम बाद में रणवीर बनाएंगे सुप्रीम कोर्ट का जो भी निर्णय है वह हमारे लिए स्वागत योग्य देश में सद्भावना हो प्रेम बनी रहनी चाहिए।

उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आया उसने निर्मोही अखाड़ा का मुख्य दावा रामलला विराजमान की जमीन का था इस सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया और पूरी जमीन रामजन्मभूमि न्यास को दे दी है अब आगे की मंदिर निर्माण कराए जाने को लेकर निर्मोही अखाड़ा सभी पंचों के बीच भविष्य में चर्चा करके बनाने की बात कही है।



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