अयोध्या: राम नगरी में सांप्रदायिक दीवारों को तोड़कर समाज सेवा के क्षेत्र में पद्मश्री सम्मान के लिए मोहम्मद शरीफ को नामित किया गया है. 71वें गणतंत्र दिवस के मौके पर अयोध्या पहुंचे पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी ने उन्हें तिरंगा ओढ़ाकर सम्मानित किया. पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी ने मंच से समाजसेवी मोहम्मद शरीफ शरीफ की जमकर तारीफ की.
मोहम्मद शरीफ को लोग शरीफ चाचा के नाम से जानते हैं. शरीफ चाचा अभी तक अयोध्या और आसपास के क्षेत्रों में लगभग 5500 लावारिश शवों का धर्म के अनुसार अंतिम संस्कार कर चुके हैं. समाज सेवा में किए गए उनके इस कार्य के लिए मोहम्मद शरीफ को पद्मश्री सम्मान से नवाजा जाएगा.
मोहम्मद शरीफ के बेटे की मौत करीब 30 साल पहले सुल्तानपुर जिले में हो गई थी. उनके बेटे का अंतिम संस्कार लावारिस शव के रूप में हो गया था. जब पिता मोहम्मद शरीफ को इस बात की जानकारी हुई तो उन्हें यह बात सहन नहीं हुई. उसके बाद से मोहम्मद शरीफ ने हर एक लावारिस शव का धार्मिक रीति-रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार करने का बीड़ा उठाया.
अयोध्या के फैजाबाद शहर में मोहम्मद शरीफ (शरीफ चाचा) किसी भी लावारिस शव की सूचना पर तत्काल वहां पहुंचते हैं. मृतक के धर्म की पहचान कर धार्मिक रीति-रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार करवाते हैं. शरीफ चाचा अब तक लगभग 2500 मुस्लिम और 3000 हिंदू लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं.
इस मौके पर जिले के प्रभारी और पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी ने कहा की मोहम्मद शरीफ की समाज सेवा अनमोल है. मौजूदा समय में देश में ऐसे समाजसेवियों की बेहद आवश्यकता है.