लखनऊ : श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होने के बाद जल्द ही अयोध्या को एक और उपलब्धि मिलने वाली है. प्रदेश के जिन शहरों में मेट्रो रेल चलाने की तैयारी चल रही है, उसमें अयोध्या का नाम जुड़ गया है. जल्द ही इसकी घोषणा हो सकती है, यह उपलब्धि अयोध्या के विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी.
बता दें, कि कुछ साल पहले अयोध्या और फैजाबाद नगर पालिका को मिलाकर अयोध्या नगर निगम बनाया गया था. अयोध्या नगर निगम के गठन के बाद शहरी क्षेत्र का तेजी से विकास हुआ. श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होने के साथ ही अयोध्या में पर्यटकों के आकर्षण को ध्यान में रखकर मेट्रो चलाने की महत्वपूर्ण योजना मानी जा रही है. अयोध्या नगरी के गुप्तार घाट से अयोध्या तक सरयू रिवर फ्रंट के निर्माण और नई अयोध्या बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है.
ऐसे में यहां मेट्रो रेल का प्रोजेक्ट महत्वपूर्ण माना जा रहा है. यह प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद अयोध्या को देश के उन महत्वपूर्ण शहरों में शुमार किया जाने लगेगा, जिन्हें मेट्रो सिटी होने का दर्जा हांसिल है. फिलहाल उत्तर प्रदेश में जिन शहरों में मेट्रो रेल चलाने की तैयारी चल रही है, उसमें वाराणसी, इलाहाबाद, गोरखपुर, मेरठ जिले ही शामिल थे. अब इसमें अयोध्या का नाम जोड़ने पर सरकार की सहमत हो गई है.
अयोध्या के प्रस्तावित प्रोजेक्ट के साथ-साथ इसकी भी घोषणा जल्द हो जाएगी. मेट्रो रेल कारपोरेशन ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है. मेट्रो के निर्माण के लिए जल्द ही सर्वे भी शुरू किया जाएगा. हालांकि लखनऊ में मेट्रो रेल के विस्तार की योजना अभी भी अधर में लटकी हुई है. यूपी मेट्रो रेल कारपोरेशन के जनसंपर्क अधिकारी हितेश चंदना ने बताया, कि फिलहाल अयोध्या मेट्रो का प्रोजेक्ट अभी पाइप लाइन में ही है. इस पर काम चल रहा है, जल्द ही इसकी घोषणा कर दी जाएगी.
इसके पहले गोरखपुर में मेट्रो रेल चलाने की दिशा में तेजी से काम चल रहा है. गोरखपुर में मेट्रो के लिए स्टाफ की नियुक्ति का कार्य पूरा हो गया है. अन्य स्टाफ आउटसोर्सिंग से लिए जाएंगे. यूपी मेट्रो रेल कारपोरेशन के जनसंपर्क अधिकारी हितेश चंदना ने बताया, कि लखनऊ में मेट्रो से सफर करने वाले यात्रियों की तादाद बढ़ी है. प्रतिदिन 51,000 से अधिक पैसेंजर मेट्रो से सफर कर रहे हैं. इनकी संख्या बढ़ाने के लिए मेट्रो प्रयत्नशील है, लखनऊ में मेट्रो रेल के विस्तार की दिशा में फिलहाल अभी कोई प्रगति नहीं हुई है.
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