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राम मंदिर निर्माण की बुनियाद को लेकर आज भी होगा मंथन

यूपी के अयोध्या में मंदिर निर्माण को लेकर सर्किट हाउस में बैठक का आयोजन किया गया. इस दौरान ट्रस्ट और समिति से जुड़े लोग इन बिंदुओं पर गंभीर मंथन और चर्चा की. शुक्रवार को दूसरे दिन भी बैठक का आयोजन किया जाएगा. वहीं बताया जा रहा है कि राम मंदिर निर्माण की बुनियाद की फाइनल डिजाइन 15 दिनों के अंदर आ जाएगा.

राम मंदिर निर्माण की बुनियाद को लेकर फिर किया जाएगा मंथन
राम मंदिर निर्माण की बुनियाद को लेकर फिर किया जाएगा मंथन
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Published : Jan 21, 2021, 9:30 PM IST

Updated : Jan 22, 2021, 7:28 AM IST

अयोध्या: मंदिर निर्माण से पूर्व मंदिर की मजबूती और राम जन्म भूमि की सुरक्षा को लेकर आयोजित इस दो दिवसीय बैठक का दूसरा दिन शुक्रवार को है. जिसमें एक बार फिर से ट्रस्ट और समिति से जुड़े लोग इन बिंदुओं पर गंभीर मंथन और चर्चा करेंगे. भगवान राम का मंदिर 1000 वर्षों तक यूं ही सुरक्षित रूप से खड़ा रहे इसको लेकर गंभीर मंथन तकनीकी विशेषज्ञ कर रहे हैं.

तकनीकी विशेषज्ञ मंदिर निर्माण की बुनियाद को लेकर हैं गंभीर.

सर्किट हाउस में संपन्न हुई बैठक
राम मंदिर निर्माण समिति की पहले दिन की बैठक शहर के सर्किट हाउस में संपन्न हुई. बैठक में समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र सहित राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य और मंदिर निर्माण समिति के लिए अधिकृत की गई कंपनी एलएंडटी और सहयोगी कंपनी टाटा के तकनीकी विशेषज्ञ मौजूद रहे. सर्किट हाउस में हुई बैठक से पूर्व सभी ने राम मंदिर निर्माण स्थल पर पहुंचकर भौतिक निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया.

एक बार असफल हो चुका है मंदिर की बुनियाद डालने का प्रयास
बता दें कि मंदिर निर्माण के लिए पूर्व में भी बुनियाद की खुदाई का काम किया गया था लेकिन निचले स्तर पर मिट्टी भुरभुरी पाए जाने पर बुनियाद डालने का काम रोक दिया गया. टाटा, आईआईटी चेन्नई और रुड़की के तकनीकी विशेषज्ञों ने यह आशंका जाहिर की थी कि मिट्टी भुरभुरी होने के कारण मंदिर की मजबूती पर असर पड़ सकता है. जिसके कारण इस प्रोजेक्ट को रोकना पड़ा. अब एक बार फिर से तकनीकी विशेषज्ञ मंदिर निर्माण शुरू करने से पूर्व बुनियाद को लेकर बेहद गंभीर हैं. इन्हीं विषयों को लेकर सर्किट हाउस में राम मंदिर निर्माण समिति की पहले दिन की बैठक गुरुवार को हुई है .

15 दिन में मिल जाएगा फाइनल डिजाइन
बैठक में टाटा व एलएंडटी के इंजीनियरों द्वारा राम मंदिर के नींव की डिजाइन का प्रेजेंटेशन मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र समेत ट्रस्ट के पदाधिकारियों सदस्यों के सामने दिया गया. नींव के डिजाइन को लेकर अभी सहमति नहीं बन पाई है. राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी महाराज ने बताया कि बुनियाद मजबूत हो इसके लिए हम सभी ने आज मंदिर निर्माण स्थल पर जाकर भौतिक निरीक्षण किया है. तकनीकी विशेषज्ञों से राय ली गई है. बुनियाद की खुदाई का काम धीरे-धीरे चल रहा है. बुनियाद कैसी होगी, इसकी डिजाइन अभी नहीं मिला है. हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि 15 दिनों के अंदर डिजाइन मिल जाएगा. जिसके बाद उसी आधार पर बुनियाद डालने का काम शुरू होगा.

बैठक में लिए जा सकते हैं अहम निर्णय
मंदिर निर्माण से पूर्व मंदिर की मजबूती और राम जन्म भूमि की सुरक्षा को लेकर आयोजित इस दो दिवसीय बैठक का दूसरा दिन शुक्रवार को है. जिसमें एक बार फिर से ट्रस्ट और समिति से जुड़े लोग इन बिंदुओं पर गंभीर मंथन और चर्चा करेंगे. भगवान राम का मंदिर 1000 वर्षों तक यूं ही सुरक्षित रूप से खड़ा रहे इसको लेकर गंभीर मंथन तकनीकी विशेषज्ञ कर रहे हैं. वहीं ट्रस्ट का भी यह मानना है कि मंदिर की मजबूती से कोई समझौता न किया जाए. इसी को लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है. उम्मीद जताई जा रही है की शुक्रवार की बैठक में कई अहम मुद्दों पर अंतिम राय बनाई जा सकती है.

70 दिन तक चलेगी खुदाईः अनिल मिश्र
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने बैठक के बाद कहा कि राम मंदिर नींव की खुदाई शुरू हो चुकी है, यह खुदाई 70 दिन तक चलेगी. उन्होंने बताया कि मंदिर के नींव में प्रयोग होने वाले मटेरियल की इंजीनियरिंग पर लार्सन एण्ड टूब्रो और टाटा कंसल्टेंसी के इंजीनियर्स अनुसंधान कर रहे हैं . उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण के दौरान संबंधित क्षेत्र अभेद्य किले में तब्दील रहेगा. इसके लिए डीआईजी दीपक कुमार के साथ भ्रमण कर निर्माण समिति ने सुरक्षा का नया खाका तैयार किया है. डॉ अनिल मिश्र ने कहा कि नींव खुदाई के साथ ही पत्थरों की खरीद पर एलएनटी, टीसी और ट्रस्ट विचार करेगा. नींव भराई व आसपास की मिट्टी हटाने के बाद ही परकोटे का कार्य होगा. राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में दूसरे दिन टीसी और लार्सन एण्ड टूब्रो के इंजिनियर्स राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण में अब तक हुए कार्य का प्रेजेंटेशन प्रस्तुत करेंगे.

अयोध्या: मंदिर निर्माण से पूर्व मंदिर की मजबूती और राम जन्म भूमि की सुरक्षा को लेकर आयोजित इस दो दिवसीय बैठक का दूसरा दिन शुक्रवार को है. जिसमें एक बार फिर से ट्रस्ट और समिति से जुड़े लोग इन बिंदुओं पर गंभीर मंथन और चर्चा करेंगे. भगवान राम का मंदिर 1000 वर्षों तक यूं ही सुरक्षित रूप से खड़ा रहे इसको लेकर गंभीर मंथन तकनीकी विशेषज्ञ कर रहे हैं.

तकनीकी विशेषज्ञ मंदिर निर्माण की बुनियाद को लेकर हैं गंभीर.

सर्किट हाउस में संपन्न हुई बैठक
राम मंदिर निर्माण समिति की पहले दिन की बैठक शहर के सर्किट हाउस में संपन्न हुई. बैठक में समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र सहित राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य और मंदिर निर्माण समिति के लिए अधिकृत की गई कंपनी एलएंडटी और सहयोगी कंपनी टाटा के तकनीकी विशेषज्ञ मौजूद रहे. सर्किट हाउस में हुई बैठक से पूर्व सभी ने राम मंदिर निर्माण स्थल पर पहुंचकर भौतिक निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया.

एक बार असफल हो चुका है मंदिर की बुनियाद डालने का प्रयास
बता दें कि मंदिर निर्माण के लिए पूर्व में भी बुनियाद की खुदाई का काम किया गया था लेकिन निचले स्तर पर मिट्टी भुरभुरी पाए जाने पर बुनियाद डालने का काम रोक दिया गया. टाटा, आईआईटी चेन्नई और रुड़की के तकनीकी विशेषज्ञों ने यह आशंका जाहिर की थी कि मिट्टी भुरभुरी होने के कारण मंदिर की मजबूती पर असर पड़ सकता है. जिसके कारण इस प्रोजेक्ट को रोकना पड़ा. अब एक बार फिर से तकनीकी विशेषज्ञ मंदिर निर्माण शुरू करने से पूर्व बुनियाद को लेकर बेहद गंभीर हैं. इन्हीं विषयों को लेकर सर्किट हाउस में राम मंदिर निर्माण समिति की पहले दिन की बैठक गुरुवार को हुई है .

15 दिन में मिल जाएगा फाइनल डिजाइन
बैठक में टाटा व एलएंडटी के इंजीनियरों द्वारा राम मंदिर के नींव की डिजाइन का प्रेजेंटेशन मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र समेत ट्रस्ट के पदाधिकारियों सदस्यों के सामने दिया गया. नींव के डिजाइन को लेकर अभी सहमति नहीं बन पाई है. राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी महाराज ने बताया कि बुनियाद मजबूत हो इसके लिए हम सभी ने आज मंदिर निर्माण स्थल पर जाकर भौतिक निरीक्षण किया है. तकनीकी विशेषज्ञों से राय ली गई है. बुनियाद की खुदाई का काम धीरे-धीरे चल रहा है. बुनियाद कैसी होगी, इसकी डिजाइन अभी नहीं मिला है. हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि 15 दिनों के अंदर डिजाइन मिल जाएगा. जिसके बाद उसी आधार पर बुनियाद डालने का काम शुरू होगा.

बैठक में लिए जा सकते हैं अहम निर्णय
मंदिर निर्माण से पूर्व मंदिर की मजबूती और राम जन्म भूमि की सुरक्षा को लेकर आयोजित इस दो दिवसीय बैठक का दूसरा दिन शुक्रवार को है. जिसमें एक बार फिर से ट्रस्ट और समिति से जुड़े लोग इन बिंदुओं पर गंभीर मंथन और चर्चा करेंगे. भगवान राम का मंदिर 1000 वर्षों तक यूं ही सुरक्षित रूप से खड़ा रहे इसको लेकर गंभीर मंथन तकनीकी विशेषज्ञ कर रहे हैं. वहीं ट्रस्ट का भी यह मानना है कि मंदिर की मजबूती से कोई समझौता न किया जाए. इसी को लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है. उम्मीद जताई जा रही है की शुक्रवार की बैठक में कई अहम मुद्दों पर अंतिम राय बनाई जा सकती है.

70 दिन तक चलेगी खुदाईः अनिल मिश्र
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने बैठक के बाद कहा कि राम मंदिर नींव की खुदाई शुरू हो चुकी है, यह खुदाई 70 दिन तक चलेगी. उन्होंने बताया कि मंदिर के नींव में प्रयोग होने वाले मटेरियल की इंजीनियरिंग पर लार्सन एण्ड टूब्रो और टाटा कंसल्टेंसी के इंजीनियर्स अनुसंधान कर रहे हैं . उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण के दौरान संबंधित क्षेत्र अभेद्य किले में तब्दील रहेगा. इसके लिए डीआईजी दीपक कुमार के साथ भ्रमण कर निर्माण समिति ने सुरक्षा का नया खाका तैयार किया है. डॉ अनिल मिश्र ने कहा कि नींव खुदाई के साथ ही पत्थरों की खरीद पर एलएनटी, टीसी और ट्रस्ट विचार करेगा. नींव भराई व आसपास की मिट्टी हटाने के बाद ही परकोटे का कार्य होगा. राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में दूसरे दिन टीसी और लार्सन एण्ड टूब्रो के इंजिनियर्स राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण में अब तक हुए कार्य का प्रेजेंटेशन प्रस्तुत करेंगे.

Last Updated : Jan 22, 2021, 7:28 AM IST
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