अयोध्या: वैश्विक कोरोना महामारी से देश को बचाने के लिए अयोध्या में तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने अनोखा अनुष्ठान किया. दरअसल, आज हिंदी नव वर्ष प्रारंभ हुआ है. जिसको लेकर जगद्गुरु परमहंस दास ने भगवान श्रीरामलला से कामना किया कि नए वर्ष के प्रारंभ के साथ पूरा देश इस महामारी से मुक्त हो.
दंडवत परिक्रमा करते हुए रामलला का किया दर्शन पूजन
तपस्वी छावनी निवासी जगद्गुरु परमहंस दास ने रामघाट क्षेत्र तपस्वी छावनी से लेटकर प्रणाम (दंडवत मुद्रा) करते हुए मुख्य मार्ग होते हुए हनुमानगढ़ी के रास्ते श्री राम जन्मभूमि में विराजमान श्री रामलला का दर्शन पूजन किया और चैत्रशुक्ल प्रतिपदा नव वर्ष पर पूरा देश स्वच्छ और समृद्धि के साथ आगे बढ़े और बढ़ते कोरोना महामारी समाप्त हो.
अब देश में रहने वाले लोग इस महामारी से मुक्त हो
तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने बताया कि देश में बढ़ते महामारी को देखते हुए आज चैत्र शुक्ल नववर्ष प्रतिपदा पर अपने स्थान से निकलकर दंडवत की मुद्रा में रामलला तक यात्रा की और यह मनोकामना की कि देश स्वच्छ, सुंदर और समृद्धि बने. देश में रहने वाले लोग इस महामारी से मुक्त हो. उन्होंने कहा कि देश में मुगल, ब्रिटिश शासन ने सनातन परंपरा को समाप्त कर दिया.
आज एक बार फिर इस परंपरा को जीवित रखने के लिए नव वर्ष के प्रति प्रताप पर लोगों से अपील करते हैं कि आज के दिन लोग नववर्ष को बड़े ही धूमधाम से मनाएं और को भी प्रोटोकॉल के तहत अपने घरों में पूजन अर्चन करें.
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