अयोध्या: मिल्कीपुर तहसील में संबंध प्रमाण पत्र बनवाने गए बीजेपी पदाधिकारी के साथ अभद्रता करना एक लेखपाल को महंगा पड़ गया. मामले में शिकायत दर्ज होने के बाद उप जिलाधिकारी ने लेखपाल को निलंबित कर दिया. बीजेपी पदाधिकारी ने लेखपाल पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है. मामले में कार्रवाई करने गई पुलिस टीम की कार्यशैली पर भी बीजेपी नेता ने सवाल खड़े किए हैं.
बदसलूकी और रिश्वतखोरी का लगाया आरोप
अयोध्या के मिल्कीपुर उपखंड बीजेपी किसान मोर्चा मंडल प्रकोष्ठ अध्यक्ष विजय कुमार चतुर्वेदी ने सिंधौना ग्राम सभा के लेखपाल पर बदसलूकी और रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है. मंगलवार को बीजेपी नेता विजय चौबे मिल्कीपुर तहसील परिसर में संबंध प्रमाण पत्र बनवाने गए थे. वे अपने गांव के लेखपाल दिनेश कुमार पांडेय के पास रिपोर्ट हेतु लंबित संबंध प्रमाण पत्र की बाबत मिले. संबंध प्रमाण पत्र के लिए आवेदन पर उन्होंने लेखपाल से शीघ्र रिपोर्ट अग्रेषित करने का अनुरोध किया. आरोप है कि तहसील परिसर स्थित लेखपाल कक्ष में भाजपा नेता से बातचीत के दौरान लेखपाल दिनेश कुमार पांडेय अपने साथियों के साथ मिलकर उनके साथ मारपीट करने लगे. मारपीट करने के बाद बीजेपी किसान मोर्चा मंडल प्रकोष्ठ अध्यक्ष को लेखपाल कक्ष से धक्का देकर बाहर कर दिया गया.
दोनों पक्षों की शिकायत पर मामला दर्ज
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची इनायत नगर पुलिस भाजपा नेता को अपने साथ लेकर थाने चली गई. उधर मामले का पता चलते ही तहसील और इनायत नगर थाने के बाहर सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया. जहां दोनों पक्षों की ओर से शिकायत मिलने के बाद मामला दर्ज किया गया.
इससे पहले एसडीएम पर लगा था अभद्रता का आरोप
बता दें कि मिल्कीपुर तहसील में हाल ही में एसडीएम पर वकील के साथ अभद्रता करने का आरोप लगाया था. एडवोकेट ने एसडीएम पर मामले की सुनवाई के दौरान थप्पड़ मारने का आरोप लगाया था. जिसके बाद वकीलों ने एकजुट होकर हाईवे को जाम कर दिया था. अब बीजेपी नेता के साथ अभद्रता के मामले में स्थानीय प्रशासन की किरकिरी होने के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी लेखपाल को निलंबित किया गया है.
एसडीएम मिल्कीपुर अशोक कुमार शर्मा ने लेखपाल दिनेश कुमार पांडेय को दायित्वों के प्रति उदासीनता और शासकीय कार्यों में लापरवाही बरते जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. मामले की जानकारी जिलाधिकारी के संज्ञान में होने के बाद एडीएम प्रशासन संतोष सिंह को मिल्कीपुर तहसील जांच के लिए भेजा गया. जांच में एसडीएम ने पाया कि क्षेत्रीय लेखपाल दिनेश कुमार पांडेय द्वारा संबंध प्रमाण पत्र विषय का प्रार्थना पत्र प्राप्त किया गया था. जिसे जांच करने के बाद सक्षम अधिकारी को अग्रेषित नहीं किया गया. मामले में दोषी पाए जाने पर लेखपाल दिनेश कुमार पांडेय को निलंबित कर दिया गया.
-विजय कुमार चतुर्वेदी, मंडल प्रकोष्ठ अध्यक्ष, बीजेपी किसान मोर्चा