अयोध्या : सुप्रीम कोर्ट की विशेष अदालत द्वारा अयोध्या में राम मंदिर के पक्ष में फैसला सुनाए जाने के बाद जहां धार्मिक नगरी में राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो गया है. वहीं इस पर्यटन नगरी के उत्तरोत्तर विकास के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार रोजाना एक नई योजना ला रही है. इसी कड़ी में अब धार्मिक नगरी में निराश्रित लोगों के लिए कौशल्या सदन नाम की एक ऐसी योजना की शुरुआत की जा रही है, जिसमें समाज के उन व्यक्तियों को सहारा मिलेगा, जिन्हें रहने, खाने, सोने के लिए दूसरों की मदद लेनी पड़ती है. बहुत जल्द भवन निर्माण के साथ इस योजना की शुरुआत हो जाएगी. इसके लिए भूमि का चयन हो चुका है और निर्माण के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी बन गई है.
भवन निर्माण के लिए चिह्नित भूमि. जिला मुख्यालय से लगभग 6 किलोमीटर दूर प्रयागराज मार्ग पर नगर निगम क्षेत्र मलिकपुर गांव में 5 एकड़ जमीन का चयन भी कर लिया गया है. राज्य मुख्यालय पर हुई बैठक में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री आवास सहरी अंतर्गत गठित राज्य स्तरीय स्वीकृति एवं निगरानी समिति की बैठक में इसकी मंजूरी भी मिल गई है.एक रिपोर्ट इसकी महिला कल्याण बोर्ड को भी भेजी गई है. प्रस्ताव पारित होते ही राज्य सरकार इसका प्रस्ताव भारत सरकार को भेजेगी, जिसके बाद अयोध्या में कौशल्या सदन का निर्माण शुरू हो जाएगा. रामनगरी अयोध्या में प्रस्तावित इस योजना का नाम भगवान श्री राम की मां कौशल्या के नाम पर रखा गया है.मलिकपुर में बनेगा कौशल्या सदन
प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के अंतर्गत गठित राज्य स्तरीय एवं निगरानी समिति के बैठक में अयोध्या में एक एकीकृत बिल्डिंग का निर्माण होगा, जिसमें निराश्रित महिलाओं व बच्चों के लिए कौशल्या सदन बनाया जाएगा. भारत सरकार की प्रदर्शन आवासीय योजना के अंतर्गत इसका निर्माण कराया जाएगा. इसके लिए प्रस्ताव को केंद्र सरकार को भेजने का फैसला किया गया है. 5 एकड़ में बनने वाले कौशल्या सदन के निर्माण के लिए नगर निगम अयोध्या ने सदर तहसील के मलिकपुर में जमीन का चयन कर लिया गया है. अयोध्या की महत्ता को देखते हुए कोशल्या सदन के निर्माण की रूपरेखा तैयार करने को कहा गया है. ये भी पढे़ं: राम मंदिर निर्माण के साथ ही हाईटेक सिटी में बदल जाएगी पुरानी अयोध्या
निराश्रित महिलाओं और बच्चों को मिलेगा सहारा
नगर आयुक्त विशाल सिंह ने बताया कि कौशल्या सदन में निराश्रित महिलाओं व बच्चों को रखा जाएगा, जहां पर उनकी देखरेख की जाएगी और बच्चों के भविष्य के लिए उनकी लिखाई पढ़ाई व पूरी व्यवस्था की जाएगी. इस कौशल्या सदन में अयोध्या के आसपास के जिले में निराश्रित महिलाओं व बच्चों को जगह दी जाएगी. उनके भविष्य के लिए सारी व्यवस्थाएं कौशल्या सदन में मुहैया कराई जाएंगी ताकि निराश्रित महिलाएं व बच्चे खुद को निराश महसूस न करें.