अयोध्या: भगवान राम के जन्म स्थान अयोध्या में पांच अगस्त को राम मंदिर निर्माण की शुरुआत होने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों मंदिर की आधारशिला रखी जानी है. ऐसे में पांच अगस्त को पीएम के दौरे को लेकर अयोध्या में भव्य तैयारियां की जा रही हैं. वहीं बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी भी प्रधानमंत्री के स्वागत की तैयारी कर रहे हैं. इकबाल अंसारी प्रधानमंत्री को रामनामी गमछा और रामचरितमानस की पुस्तक देकर स्वागत करेंगे.
राम मंदिर भूमि पूजन के दिन अयोध्या में उत्सव मनाया जाएगा. तीन लाख से अधिक दिए जलाने की तैयारी है. चार और पांच अगस्त को दीपों की रोशनी से रामनगरी जगमगाएगी. इसके लिए शहर में सजावट का कार्य किया जा रहा है.
राम मंदिर ट्रस्ट ने भूमि पूजन में शामिल होने वाले लोगों की संख्या सीमित रखी है. कोरोना वायरस की वजह से लोगों से अपने घरों में रहकर इस दिव्य अनुष्ठान के लाइव दर्शन की अपील की जा रही है. ऐसे में बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार रहे एकबाल अंसारी ने प्रधानमंत्री के स्वागत की विशेष तैयारी की है.
रामनामी गमछा और रामचरितमानस देकर पीएम का करेंगे स्वागत
इकबाल अंसारी प्रधानमंत्री मोदी का अयोध्या में रामनामी गमछा और रामचरितमानस की पुस्तक देकर सम्मान करेंगे. इकबाल का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सभी ने स्वीकार किया है. ऐसे में अब अयोध्या में विवाद नहीं, विकास की आवश्यकता है. सारे गिले-शिकवे भुला कर अगर ट्रस्ट राम मंदिर भूमि पूजन में उन्हें भी आमंत्रित करता है, तो वह भी इस अनुष्ठान में शामिल होना चाहेंगे.
वहीं अयोध्या में मस्जिद के लिए मिली जमीन पर सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने विकास के लिए इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के नाम से ट्रस्ट का गठन कर दिया है, लेकिन इकबाल अंसारी ने इस जमीन पर स्कूल और हॉस्पिटल बनाने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि अयोध्या में जिस स्थल पर मस्जिद बनाने की बात कही जा रही है, वहां पहले से कई मस्जिदें मौजूद हैं. ऐसे में लोगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वहां और कई विकास के कार्य होने हैं, जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता है.