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राम मंदिर के साथ ही शहर के विकास पर भी हो चर्चा: इकबाल अंसारी - राम मंदिर निर्माण कार्य

अयोध्या में रामजन्मभूमि का कार्य तेजी से चल रहा है. पांच अगस्त को भूमि पूजन का कार्यक्रम प्रस्तावित है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आने की भी अटकले हैं. वहीं इसको लेकर इकबाल अंसारी ने कहा कि पीएम मोदी का अयोध्या में स्वागत है.

बाबरी केस के पूर्व पक्षकार रहे इकबाल अंसारी
बाबरी केस के पूर्व पक्षकार रहे इकबाल अंसारी
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Published : Jul 19, 2020, 9:56 PM IST

अयोध्या: बाबरी केस के पूर्व पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने कहा है कि अयोध्या में मंदिर निर्माण के साथ विकास पर भी चर्चा आवश्यक है. राम नगरी के भीड़भाड़ वाले इलाकों की सड़कों का चौड़ीकरण, प्राचीन कुंडों का सौंदर्यीकरण और पार्किंग की व्यवस्था समेत शहर के विकास की योजनाओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है. अंसारी ने कहा है कि जब पीएम अयोध्या आएंगे तो उन्हें इन सब बातों से भी अवगत कराना चाहिए.

इकबाल अंसारी का बयान.
राम मंदिर की आधारशिला पीएम नरेन्द्र मोदी रखें, यह मांग संतों के साथ बाबरी मंस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने भी की है. उन्होंने कहा है कि अवसर मिला तो वह पीएम मोदी का अयोध्या में स्वागत करना चाहेंगे. इकबाल अंसारी ने कहा कि अयोध्या लंबे समय से विवाद के लिए जानी जाती रही है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद विवाद समाप्त हो गया है. यहां अब धर्म के साथ विकास की भी बात होनी चाहिए. मुख्य शहर में सड़कों का चौड़ीकरण पार्कों का निर्माण करने से यहां पर्यटन सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी. इसके साथ शहर में पार्किंग की व्यवस्था और अयोध्या के प्राचीन कुंडों का सौंदर्यीकरण आवश्यक है.

'चारों भाइयों की मूर्ति की जाए स्थापित'

इकबाल अंसारी ने कहा कि अयोध्या राम के साथ उनके तीनों भाइयों भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न की भी जन्मस्थली रही है. ऐसे में राम जन्मभूमि परिसर में राम के साथ उनके तीनों भाइयों की भी मूर्ति स्थापित की जानी चाहिए. इकबाल अंसारी ने कहा कि प्रधानमंत्री 5 अगस्त को अयोध्या आ रहे हैं, यहां बहुत सारी आवश्यकताएं हैं, जिन पर अयोध्या के विकास के लिए ध्यान देना आवश्यक है. चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्र में जिले में काम किए जाने की आवश्यकता है.

दरअसल अयोध्या विवाद के चलते लंबे समय से राम नगरी के विकास पर ध्यान नहीं दिया गया. वर्तमान सरकार ने धर्म और संस्कृति आधार पर शहर के विकास का खाका खींचा है. वहीं दूसरी ओर पिछले 4 सालों से बन रहे मेडिकल कॉलेज का भवन अब तक तैयार नहीं हो पाया है. अयोध्या के एयरपोर्ट को कार्गो एयरपोर्ट के तौर पर विकसित करने की मांग सांसद लल्लू सिंह की ओर से उठाई गई थी, लेकिन इस दिशा में कोई कदम आगे नहीं बढ़ा है. राम नगरी की संकरी सड़कों पर जब श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है तो यहां चलना मुश्किल हो जाता है. शहर में पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं है.

अयोध्या: बाबरी केस के पूर्व पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने कहा है कि अयोध्या में मंदिर निर्माण के साथ विकास पर भी चर्चा आवश्यक है. राम नगरी के भीड़भाड़ वाले इलाकों की सड़कों का चौड़ीकरण, प्राचीन कुंडों का सौंदर्यीकरण और पार्किंग की व्यवस्था समेत शहर के विकास की योजनाओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है. अंसारी ने कहा है कि जब पीएम अयोध्या आएंगे तो उन्हें इन सब बातों से भी अवगत कराना चाहिए.

इकबाल अंसारी का बयान.
राम मंदिर की आधारशिला पीएम नरेन्द्र मोदी रखें, यह मांग संतों के साथ बाबरी मंस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने भी की है. उन्होंने कहा है कि अवसर मिला तो वह पीएम मोदी का अयोध्या में स्वागत करना चाहेंगे. इकबाल अंसारी ने कहा कि अयोध्या लंबे समय से विवाद के लिए जानी जाती रही है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद विवाद समाप्त हो गया है. यहां अब धर्म के साथ विकास की भी बात होनी चाहिए. मुख्य शहर में सड़कों का चौड़ीकरण पार्कों का निर्माण करने से यहां पर्यटन सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी. इसके साथ शहर में पार्किंग की व्यवस्था और अयोध्या के प्राचीन कुंडों का सौंदर्यीकरण आवश्यक है.

'चारों भाइयों की मूर्ति की जाए स्थापित'

इकबाल अंसारी ने कहा कि अयोध्या राम के साथ उनके तीनों भाइयों भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न की भी जन्मस्थली रही है. ऐसे में राम जन्मभूमि परिसर में राम के साथ उनके तीनों भाइयों की भी मूर्ति स्थापित की जानी चाहिए. इकबाल अंसारी ने कहा कि प्रधानमंत्री 5 अगस्त को अयोध्या आ रहे हैं, यहां बहुत सारी आवश्यकताएं हैं, जिन पर अयोध्या के विकास के लिए ध्यान देना आवश्यक है. चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्र में जिले में काम किए जाने की आवश्यकता है.

दरअसल अयोध्या विवाद के चलते लंबे समय से राम नगरी के विकास पर ध्यान नहीं दिया गया. वर्तमान सरकार ने धर्म और संस्कृति आधार पर शहर के विकास का खाका खींचा है. वहीं दूसरी ओर पिछले 4 सालों से बन रहे मेडिकल कॉलेज का भवन अब तक तैयार नहीं हो पाया है. अयोध्या के एयरपोर्ट को कार्गो एयरपोर्ट के तौर पर विकसित करने की मांग सांसद लल्लू सिंह की ओर से उठाई गई थी, लेकिन इस दिशा में कोई कदम आगे नहीं बढ़ा है. राम नगरी की संकरी सड़कों पर जब श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है तो यहां चलना मुश्किल हो जाता है. शहर में पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं है.

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