अयोध्या: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामजन्म परिसर में निर्माण कार्य की शुरुआत कर दी है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अयोध्या में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ दी जा चुकी है. वहीं बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने कहा कि सरकार की ओर से दी गई जमीन पर अब मस्जिद बनाने की बजाय वहां कोरोना हॉस्पिटल बना दिया जाए.
ईटीवी भारत के साथ बातचीत के दौरान बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा है कि अयोध्या में जिस स्थल पर मस्जिद के लिए जमीन दी गई है, वहां मस्जिद बनाने की आवश्यकता नहीं है. अंसारी ने कहा कि मस्जिद के लिए आवंटित स्थल के आसपास करीब 22 मस्जिदें पहले से ही मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे में नई मस्जिद की वहां कोई आवश्यकता नहीं है.
इकबाल अंसारी ने कहा कि अयोध्या में मस्जिद के लिए सरकार की ओर से सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को जो जमीन दी गई है, उसे सामाजिक कार्य के लिए प्रयोग करना चाहिए. वहां आधी जमीन पर हॉस्पिटल बनना चाहिए और बाकी पर खेती होनी चाहिए, जिससे पैदा होने वाला अनाज जरूरतमंदों में बांटा जाए.
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अंसारी ने कहा कि इस समय समूचा विश्व कोरोना वैश्विक महामारी से जूझ रहा है. भारत में भी यह महामारी पैर पसार चुकी है. ऐसे भी सरकार की ओर से दी गई जमीन पर ऐसा हॉस्पिटल बनना चाहिए, जहां कोरोना का इलाज आसानी से सुलभ हो सके.
इकबाल अंसारी ने स्पष्ट किया है कि इस्लाम धर्म ने हमेशा से ही सामाजिक सौहार्द का संदेश दिया है. आज जनता, सरकार और सभी सरकारी तंत्र संकट के दौर से गुजर रहे हैं. स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करना मौजूदा समय में उच्च प्राथमिकता का विषय है. ऐसे में मस्जिद के नाम पर आवंटित जमीन पर हॉस्पिटल की आवश्यकता है.