अयोध्या: सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद को लेकर मध्यस्थता पैनल को 31 जुलाई तक का समय दिया है. साथ ही मध्यस्थता से हल न निकलने कि स्थिति में दो अगस्त से सुप्रीम कोर्ट की खुली अदालत में रोजाना सुनवाई का निर्णय लिया जाएगा. वहीं बाबरी मस्जिद के पैरोकार इकबाल अंसारी ने ईटीवी भारत से कहा कि सुप्रीम कोर्ट सबूतों के आधार पर चलती है, उनका जो भी फैसला होगा वह मंजूर होगा.
इकबाल अंसारी ने कही ये बातें
- मामले की सुनवाई कोर्ट कर रहा है, पैनल भी कोर्ट ने ही बनाया था, हम उसे भी मान रहे थे.
- फैसला चाहे सुप्रीम कोर्ट दे या मध्यस्थता पैनल, हमें दोनों का फैसला स्वीकार्य होगा.
- पूरे मामले में समस्या यह है कि इसमें पक्षकार बहुत ज्यादा हैं, समय तो लगेगा ही.
- इस पर सालों से राजनीति हो रही है, जब तक राजनीति होगी, तब तक समाधान में देरी होगी.
- बहुत से लोग पैनल पर भी विश्वास नहीं करते, ऐसे लोग सुप्रीम कोर्ट पर भी यकीन नहीं करते हैं.