अयोध्या : नगर निगम की बैसिंह कान्हा गोशाला में गोवंश भोजन और इलाज के अभाव में दुर्बल हो गए हैं. समाजसेवी रीतेशदास का आरोप है कि यहां गोवंशों की लगातार मौत हो रही है. मंगलवार को उसने गोशाला की तस्वीरों को मोबाइल में कैद करने की तो उन पर जानलेवा हमले की कोशिश की गई. उन्होंने सीओ अयोध्या से इसकी शिकायत की गई है.
फोटो खींची तो बाइक सवार लोगों ने खदेड़ा
समाजसेवी रितेश दास ने बताया कि वह मंगलवार को गोवंशों को तरबूज खिलाने गौशाला गए थे. वहां गाय काफी खराब स्थिति में मिली. आठ से दस गायों की मौत हो गई थी, जिन्हें जेसीबी की मदद से दफनाया जा रहा था. एक बछिया की आंख से खून के फव्वारे निकल रहे थे. रीतेशदास का आरोप है कि जब वह वीडियो बनाने लगे तो गोशाला के कर्मचारियों ने इन्हें रोका. इसके बाद वह वहां से भागे तो चार से पांच मोटरसाइकल वालों ने इनका पीछा किया. रास्ते में स्थित मुर्गी पालन केंद्र में छिपकर उन्होंने जान बचाई. बाद में वह पुलिस की मदद से दर्शननगर चौकी पहुंचे.
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हमलावरों को पहचान नहीं पाए रितेश : सीओ
पुलिस क्षेत्राधिकारी अयोध्या राजेश कुमार राय का कहना है कि रितेश दास ने अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के प्रयास की लिखित सूचना उन्हें दी है. मामले में जांच की जा रही है. रितेश घटना में शामिल लोगों की पहचान नहीं कर सके है, इसलिए जांच में गति नहीं आ पा रही है. जांच पूरी होते ही आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी .
नगर आयुक्त बोले, गोशाला के लिए जनप्रतिनिधियों से मांगा दान
बैसिंह कान्हा गोशाला की हालत पर नगर आयुक्त विशाल सिंह ने अपना पक्ष रखा. नगर आयुक्त ने बताया कि गोशाला में निराश्रित पशुओं को रखा गया है. जनप्रतिनिधियों को दान के लिए अवगत कराया गया है. इसका संचालन करने में नगर निगम के उपर अतिरिक्त बोझ पड़ा है. साथ ही, हमारे पास गोशाला को मैनेज करने के लिए स्किल्ड मैनपावर भी नहीं है. फिर भी इसके लिए नगर निगम व्यवस्था कर रहा है.
भ्रष्टाचार की शिकायतों पर लगाम लगाई जा रही है. महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने कहना कि बैसिंह कान्हा गोशाला के प्रभारी के खिलाफ पहले भी प्रभारी मंत्री को शिकायत की गई है. प्रभारी पहले वह सस्पेंड भी हो चुका है, लेकिन उसे दोबारा पद दे दिया गया. गोशाला की स्थिति को लेकर नगर विकास मंत्री से मुलाकात की जाएगी.