अयोध्या: जनपद में दो नाबालिग छात्राओं से दिनदहाड़े सरेराह हुई छेड़खानी के मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है. आरोप है कि आरोपियों के खिलाफ मुकदमा वापस न लेने के एवज में बालिका इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल ने दोनों छात्राओं के नाम काटने की धमकी दी है. इसके बाद छात्राओं के पिता ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (District Legal Services Authority) की सचिव को एक पत्र लिखकर स्कूल की प्रिंसिपल नीलम गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
जानकारी के मुताबिक, 1 सितंबर को ई-रिक्शा से स्कूल जाते समय विशेष समुदाय के बाइक सवार 3 शोहदों ने दो सगी बहनों से सरेराह छेड़खानी की थी. इतना ही नहीं उनके कपड़े तक फाड़ दिए थे. घटना के समय स्थानीय लोगों ने एक शोहदे को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था जबकि दो फरार हो गए थे. कोतवाली नगर में 3 शोहदों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही फरार आरोपियों की तलाश की जा रही थी. इसी बीच अब स्कूल की संवेदनहीनता सामने आई है. पीड़ित छात्राओं के पिता का आरोप है कि स्कूल की प्रिंसिपल नीलम गुप्ता छात्राओं के साथ न खड़ी होकर आरोपियों का साथ दे रही है और लगातार मुकदमा वापस न लेने पर छात्राओं का स्कूल से नाम काटने की धमकी दे रहीं हैं.
वहीं, जिला विद्यालय निरीक्षक (district school inspector) राजेंद्र पांडे का कहना है कि छात्राओं के साथ पूरी संवेदनशीलता बरती जाएगी. छात्राओं को स्कूल से कोई नहीं निकाल सकता. इसके अलावा अगर परिजन लिखित शिकायत देंगे तो दोषी शिक्षिकाओं और स्कूल स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. समाजसेवी श्वेताराज सिंह ने कहा कि वह आज से ही अभियान शुरू करेंगी और सभी स्कूलों में जाकर लोगों को जागरूक करेंगी कि महिलाओं का सम्मान करना ही असली पौरुष है.