अयोध्याः जिले के प्रतिष्ठित सनबीम स्कूल में कक्षा 10 की छात्रा की संदिग्ध मौत के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है. अभी तक स्कूल की प्रिंसिपल का कहना था कि छात्रा की झूले से गिरकर मौत हुई है. वहीं, पुलिस द्वारा सीसीटीवी चेक करने पर पता चला कि छात्रा स्कूल की छत से नीचे गैलरी में गिरी थी. इसके कारण उसकी मौत हो गई थी. इस मामले में स्कूल प्रशासन के ऊपर संदेह की लकीरें पहले से ही खींच गईं थी. वहीं, सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पूरा मामला संदेह के घेरे में है.
पुलिस की प्राथमिक जांच में यह भी मामला सामने आया है कि स्कूल प्रशासन ने परिजनों और पुलिस को धोखे में रखा. जिस जगह पर छात्रा गिरी थी, उस जगह से खून के निशान भी साफ कर दिए थे, जो निश्चित रूप से साक्ष्यों को मिटाने का अपराध है. वहीं, शनिवार की दोपहर छात्रा के परिजनों की तहरीर पर स्कूल की प्रिंसिपल, स्कूल के प्रबंधक और एक खेल शिक्षक के खिलाफ गैंगरेप की साजिश करना और हत्या कर साक्ष्य मिटाने सहित कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. साथ ही मामले की जांच की जा रही है.
मृतक छात्रा के परिजनों ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि शुक्रवार को स्कूल में छुट्टी होने के बावजूद एक साजिश के तहत स्कूल की प्रिंसिपल रश्मि भाटिया ने उनकी बेटी को स्कूल में बुलाया. इसके बाद स्कूल प्रबंधक बृजेश यादव और खेल शिक्षक अभिषेक कनौजिया ने मिलकर उनकी बेटी के साथ दुष्कर्म किया. घटना को छिपाने के लिए उसे छत से नीचे फेंक दिया, जिसके कारण उसकी मृत्यु हो गई.
एसपी सिटी मधुबन सिंह ने बताया कि परिजनों द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने स्कूल के प्रबंधक बृजेश यादव, प्रधानाचार्य रश्मि भाटिया और खेल शिक्षक अभिषेक कनौजिया के खिलाफ गैंगरेप, गैंगरेप की साजिश करना, हत्या और हत्या के बाद साक्ष्य छुपाने, पाक्सो एक्ट की गंभीर धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है और सभी की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा रही है.
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