अयोध्याः जिले में एक ऐसा शख्स पुलिस के हत्थे चढ़ा है. जो कानून तोड़कर ही कानून का रखवाला बन गया. लेकिन जब असली कानून के रखवाले के हत्थे चढ़ा तो उसकी सारी हेकड़ी धरी की धरी रह गई. दरअसल विवेक शर्मा नाम का शख्स 2019 में जालसाजी के जरिए पुलिस विभाग में नौकरी पा ली. विवेक ने अपने भाई दयाशंकर शर्मा की जगह खुद नौकरी ज्वाइन की. जिसके बाद इस मामले की जांच हुई तो उसकी सारी पोल खुल गई.
पुलिस के हत्थे चढ़ा जालसाज
विवेक शर्मा ने जालसाजी के जरिए 2019 में पुलिस विभाग में सिपाही की नौकरी पा ली थी. विवेक शर्मा ने अपने भाई दयाशंकर शर्मा की जगह खुद साल 2019 में पुलिस विभाग की नौकरी ज्वाइन कर ली थी. जिसके बाद जब इस मामले की जांच हुई. तब आरोपी पुलिसकर्मी की जालसाजी सबके सामने आ गई. आरोपी विवेक शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं इस पूरी जालसाजी में शामिल उसके भाई दयाशंकर शर्मा की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश पांडेय ने बताया कि पकड़े गए युवक के भाई ने पुलिस भर्ती परीक्षा दी थी और ज्वाइनिंग उसके भाई विवेक शर्मा ने कर ली. वर्तमान में पकड़ा गया युवक विवेक शर्मा कोतवाली अयोध्या में तैनात था.
इसे भी पढ़ें- आतंकी संगठनों के आर्थिक स्रोतों पर ATS की इकोनॉमिक विंग करेगी चोट
2 सालों से कर रहा था पुलिस महकमे में नौकरी
अभियुक्त विवेक शर्मा पुत्र मनमोहन गांव उधन्नपुरा, थाना जैतपुर, तहसील बाह, जिला आगरा का रहने वाला है. वो वर्तमान में थाना कोतवाली अयोध्या की आरक्षी बैरक से गिरफ्तार किया गया है. अभियुक्त विवेश शर्मा अपने भाई दयाशंकर शर्मा के शैक्षिक अभिलेखों को फर्जी तरीके से लगाकर उत्तर प्रदेश पुलिस में साल 2019 में आरक्षी के पद पर भर्ती हुआ था. जिसकी पूर्व में जांच की गई तो जांचोपरान्त सभी आरोप सही पाए गए. इसके बाद थाना कोतवाली में मुकदमा संख्या 396/21 धारा 419/420/467/468/471/409/120B/170/171 पंजीकृत कर आरोपी विवेक शर्मा को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है. वहीं इस मामले में शामिल भाई दयाशंकर शर्मा को गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.