अयोध्या: जिले के दोराही कुआं इलाके में रविवार को जिला प्रशासन ने अवैध अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत कई मकान, दुकान और धार्मिक स्थल गिरा दिए थे. इस मामले में समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. सपा सरकार में वन राज्य मंत्री रहे तेज नारायण पांडे पवन ने अतिक्रमण हटाओ अभियान पर निशाना साधते हुए प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा अपने पूंजीपति दोस्तों को खुश करने के लिए बड़े-बड़े होटल और रिजॉर्ट अयोध्या में बनवा रही है. इसके लिए सरकार गरीबों के मकान और दुकान पर कब्जा करने की योजना बना चुकी है.
'नहीं बना मंदिर तो कर लेंगे आत्मदाह'
दरअसल, प्रशासन ने बिना नोटिस दिए अतिक्रमण हटाए थे. इससे प्रभावित हुए संत सनत कुमार ने कहा कि उनके पीछे उनका आश्रम गिरा दिया गया. वहां पर रखी भगवान की प्रतिमा बच गई है, बाकी पूरा आश्रम गिरा दिया गया है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अब मंदिर का निर्माण नहीं कराया जाता तो वह आत्मदाह कर लेंगे.
अतिक्रमण हटाओ अभियान से प्रभावित हुई एक अन्य युवती प्रीति यादव ने आरोप लगाया कि 15 वर्ष से अधिक समय से उनका मकान और शौचालय उसी स्थान पर बना हुआ था. रविवार की दोपहर जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों ने मिलकर मकान और शौचालय को गिरा दिया. युवती ने कहा कि अब उनके घर की महिलाएं शौच के लिए कहां जाएंगी. उनका घर टूट चुका है. इस समय वह खुले आसमान के नीचे रहने के लिए मजबूर हैं.
इसे भी पढ़ें : महंत परमहंस दास की मांग, अयोध्या में 5 कोस के बाहर बने कब्रिस्तान
अयोध्यावासियों को बेघर कर रही सरकार
पूर्व राज्यमंत्री तेज नारायण पांडे पवन ने सोमवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान के शिकार लोगों के साथ प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार अपने पूर्व व्यवहार के अनुसार ही अयोध्या में काम शुरू कर चुकी है. अयोध्या में पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए बड़े-बड़े उद्योगपतियों और पूंजीपतियों को होटल व रिसॉर्ट बनाने के लिए जगह चाहिए. इसके लिए अब अयोध्या की गरीब लाचार जनता के ऊपर सरकार और प्रशासन का कहर टूट रहा है.
इसे भी पढ़ें : अयोध्या में दवा की दुकानें बंद, हड़ताल की घोषणा
उन्होंने कहा कि समय रहते अयोध्या के लोग नहीं जागे तो एक-एक कर अयोध्या के सभी व्यापारियों और नागरिकों को बेघर होना पड़ेगा. कहा कि भगवान राम ने सच्चे समाजवाद की स्थापना की थी. लंका विजय में सैनिकों के साथ कोल, भील, वानर, दलित सभी थे. भगवान राम ने कभी किसी के साथ पक्षपात नहीं किया, लेकिन राम के नाम पर राजनीति करने वाले लोग राम की नगरी के लोगों को बेघर करने पर उतारू हैं.
डीएम की मौजूदगी में गिराया गया अतिक्रमण
बता दें कि रविवार की दोपहर जिलाधिकारी अयोध्या अनुज कुमार झा की मौजूदगी में दोराही कुआं स्थित इलाके में 12 से अधिक दुकानों और धार्मिक स्थल को तोड़ दिया गया था. इसके बाद से इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. अतिक्रमण हटाओ अभियान के शिकार लोगों ने जिला प्रशासन पर बिना नोटिस दिए कार्रवाई करने का आरोप लगाया है.