अयोध्या: समाजवादी पार्टी की सरकार में वन राज्यमंत्री रहे तेज नारायण पांडे पवन ने किसानों के आह्वान पर किए गए भारत बंद का जोरदार समर्थन करते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. अपने अंगूरी बाग स्थित आवास पर नजरबंद किए गए पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडे पवन ने आरोप लगाया है कि केंद्र और प्रदेश सरकार हिटलर की तरह काम कर रही हैं. जिस तरह से किसानों का उत्पीड़न हो रहा है उसे देखते हुए लग रहा है कि वर्तमान कि केंद्र और प्रदेश सरकार सिर्फ पूंजीपतियों के हाथों को मजबूत कर देश की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ने में जुट गई हैं.
किसानों की नहीं हो रही सुनवाई
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए पूर्व राज्यमंत्री तेज नारायण पांडे पवन ने सवाल उठाया कि चुनाव के समय जिस किसान का पैर छूकर सत्तारूढ़ दल के नेताओं ने वोट मांगा, आज उनके प्रति इतनी संवेदनहीनता क्यों? पवन पांडे ने कहा कि चुनाव के समय भाजपा के नेताओं ने किसानों को धरती का देवता बताकर उनका समर्थन हासिल किया. लेकिन जिस तरह का कृषि बिल केंद्र सरकार लाई है, उससे स्पष्ट है कि देश का किसान कमजोर होगा. अगर देश का किसान कमजोर होगा तो देश की अर्थव्यवस्था और विकास को भी चोट पहुंचेगी. पवन पांडे ने आरोप लगाया कि केंद्र और प्रदेश सरकार देश के कुछ प्रमुख उद्योगपतियों के हाथों को मजबूत करने के लिए यह सारा उपक्रम कर रही है.
दिल्ली का घेराव कर रहे किसान किसी पार्टी के एजेंट नहीं
वहीं किसान आंदोलन में राजनैतिक पार्टियों की बढ़ती दखलंदाजी के सवाल पर पवन पांडे ने कहा कि 13 दिन से किसान अपनी बातों को लेकर केंद्र सरकार का दरवाजा खटखटा रहे हैं. आखिर उनकी बात क्यों नहीं सुनी जा रही. प्रदर्शन कर रहे किसान किसी पार्टी के एजेंट नहीं हैं. वे किसान हैं, जिन्होंने खून-पसीने से अपने खेतों को सींचा है और देश की जनता का पेट भरा है. आज केंद्र और प्रदेश सरकार के निरंकुश शासन और हिटलरशाही रवैये के कारण देश का किसान सड़क पर उतरने को मजबूर हुआ है. पवन पांडे ने आरोप लगाया कि देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री को अहंकार हो गया है. अहंकार तो हिटलर का भी नहीं चला था. अब वक्त आ गया है जब देश का किसान ही इनके दमन के खिलाफ आवाज उठाएगा और इन्हें सत्ता से बाहर निकाल फेंकेगा.
सुबह से ही अपने निज आवास पर हाउस अरेस्ट हैं पूर्व मंत्री पवन पांडे
किसान यूनियन द्वारा भारत बंद के आह्वान का समर्थन करने वाले पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडे पवन को जिला प्रशासन ने सुबह से ही उनके आवास पर नजरबंद कर रखा है. जिसके कारण पवन पांडे भारत बंद के विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं हो सके. हालांकि मीडिया के जरिए उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर की है और केंद्र प्रदेश सरकार पर जमकर जुबानी तीर छोड़े हैं.